रायपुर
कोरोनाकाल के बाद दिवाली त्यौहार में खासा उत्साह देखने को मिला अब छठ पर्व को लेकर यही उत्साह दिखाई पड़ रहा है। पूजा के लिए बाजारों से सामान खरीदी हो रही हैं वहीं आयोजन स्थलों में तैयारियों को आयोजन समितियां अंतिम रूप में देने में लगी हैं। राजधानी में पहले सबसे बड़ा आयोजन व्यास तालाब में होता रहा अब महादेव घाट में भी व्यापक आयोजन होने लगा है। मुख्यमंत्री से लेकर तमाम लोग इसमें शामिल होते हैं। घाट की सजावट भी की जा रही है। जगराता से लेकर भंडारा और भी विविध आयोजन इस बीच होंगे।
मुख्य रूप से पूवोत्तर राज्यों में उत्तरप्रदेश, बिहार और झारखंड में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन अब इसे छत्तीसगढ़ में भी काफी उत्साह के साथ मनाए जाने लगा है। खास कर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पिछले 21 वर्षों से इस पर्व ने अपनी अलग पहचान बनाई है। 28 अक्टूबर को नहाए खाय और महाआरती से शुरू होगा पर्व,इस बार छठ पर्व 28 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। यह सबसे कठिन व्रत में से एक है। इस दौरान महिलाएं 36 घंटे का व्रत रखती हैं। पर्व में छठी मइया व सूर्य देव की पूजा-अर्चना की जाती है। 29 अक्टूबर को खरना और 30 अक्टूबर की शाम डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर 36 घंटे तक व्रत रखा जाएगा। इसके बाद 31 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्ध्य देकर पर्व का समापन होगा और व्रत की पारणा की जाएगी।