अपना घर आश्रम जिसे स्वयं संचालित करते हैं बाँके बिहारी ठाकुर जी
नौबस्ता क्षेत्र के पहाड़पुर स्थित अपना घर आश्रम पिछले कई सालों से सड़क किनारे लावारिस जीवन यापन करने वालों एवं विक्षिप्त हालत में रहने वालों के लिए मददगार साबित हो रहा है अध्यक्ष उमा शुक्ला के मुताबिक अपना घर आश्रम को स्वयं ठाकुर जी महाराज संचालित करते हैं लावारिस एवं विक्षिप्त रहने वालों के लिए अपना घर आश्रम आम जनमानस एवं सदस्यों के सहयोग से अभी तक करीब 350 लोगों को आश्रय देने का कार्य कर चुका है जिसमें कई लोगों को आश्रम के द्वारा घरों तक पहुंचाया गया है सचिव जेपी सिंह के मुताबिक अपना घर आश्रम की शुरुआत श्रजन सोसाइटी के द्वारा की गई थी जो अभी तक जारी है आश्रम असहाय पीड़ित मानव सेवा का पावन तीर्थ बन चुका है अपना घर आश्रम समाज के उदार करुणावान व्यक्तियों के सहयोग से संचालित है। आश्रम में दिए गए सभी दान 80 जी के अंतर्गत आयकर मुक्त हैं आश्रम परिवार आश्रम में आने वाले लावारिस एवं विक्षिप्त लोगों को प्रभु जी का नाम देकर ईश्वर स्वरूप में सेवाकार्य करता है उमा शुक्ला ने बताया कि आश्रम परिवार सभी रहने वाले लोगों को शुद्ध भोजन तथा रहने के लिए पर्याप्त साधन मुहैया कराता है किसी भी आम जनमानस को ऐसे लोगों की जानकारी तथा सहयोग देने के लिए 7309038451 पर संपर्क किया जा सकता है लावारिस एवं विक्षिप्त लोगों को आश्रम आवश्यक कार्रवाई के बाद में आश्रम में स्थान देकर प्रभु के रूप में सेवा कार्य प्रारंभ कर देता है। सचिव जेपी सिंह ने आश्रम संचालन में किसी भी तरह की सरकारी मदद लेने से इनकार करते हुए बताया कि आश्रम परिवार को जब किसी वस्तु की आवश्यकता होती है तो बांके बिहारी के दरबार में चिट्ठी लिखकर रख देने के बाद सभी वस्तुओं को स्वयं बांके बिहारी ठाकुर जी पूरी कर देते हैं आश्रम परिवार के सदस्य राम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि अपना घर आश्रम कानपुर नगर में एक मिसाल के तौर पर बनकर कार्य कर रहा है