ब्रिटेन में हिंदुओं पर बढ़ रहे हमलों का मामला राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। विपक्षी दल लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर ने इन हमलों को हिंदू फोबिया फैलाने की कोशिश बताया है। स्टारमर बुधवार को लंदन के इंडिया गार्डन में हाेने वाले यूरोप के सबसे बड़े नवरात्रि कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा– मैं देश में डिवाइड एंड रूल की इस सियासत को खत्म करना चाहता हूं।
स्टारमर ने कहा- हिंदू ब्रिटेन का अहम हिस्सा थे और हमेशा रहेंगे। सोशल मीडिया के जरिए कुछ कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाने की साजिश रची है। इससे लड़ने के लिए पूरे समाज को साथ खड़े होने की जरूरत है।
पाकिस्तान की हार के बाद भड़की थी हिंसा
एशिया कप में 28 अगस्त को हुए ग्रुप मैच में पाकिस्तान को भारत के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद समुदाय विशेष के लोगों ने लिसेस्टर में हिंदुओं के घरों और धार्मिक स्थलों पर तोड़फोड़ की गई थी। सोशल मीडिया पर हिंदुओं के खिलाफ अफवाहें और हेट के मामले भी सामने आए थे। ब्रिटेन के हिंदू संगठनों ने इसे हिंदू फोबिया और टारगेट अटैक बताया था।
लोगों को उनका धर्म देखकर निशाना बनाया गया
स्टारमर ने कहा- हिंदू फोबिया के लिए हमारी सोसाइटी में कोई जगह नहीं है। लोगों को उनका धर्म देखकर निशाना बनाया जा रहा है। पिछले कुछ सालों में ऐसे हिंसक मामले बढ़े हैं। लीसेस्टर की सड़कों और हाल के हफ्तों में बर्मिंघम में जो हिंसा हुई उससे मैं दुखी हूं।
सोशल मीडिया का उपयोग नफरत फैलाने के लिए किया जा रहा है। ये डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है। सभी के धर्म, उनके पूजा स्थानों और प्रतीकों का सम्मान किया जाना चाहिए।
लेबर पार्टी का सरकार बनाने का दावा
विजया दशमी के मौके पर पहली बार नवरात्रि के कार्यक्रम में शामिल हुए स्टारमर ने दावा किया कि अगले आम चुनाव में लेबर पार्टी 12 साल बाद सत्ता में वापसी करेगी। स्टरार ने कहा- नवरात्रि का पर्व महिला शक्ति को दर्शाता है।
होम सेक्रेटरी ने माइग्रेंट को ठहराया था जिम्मेदार
इससे पहले ब्रिटेन में भारतीय मूल की होम सेक्रेटरी सुएला ब्रेवरमैन ने लीसेस्टर में हुई हिंसा के लिए माइग्रेंटस को जिम्मेदार बताया था। ब्रेवरमैन 4 अक्टूबर को कंजर्वेटिव पार्टी की एनुअल कांफ्रेंस में शामिल हुई थीं।
यहां उन्होंने कहा- मल्टीकल्चर्स को अपनाने वाली पहचान की राजनीति ने हमें भटका दिया है। हम बाहर से बड़ी संख्या में आए शरणार्थियों को कंट्रोल नहीं कर सके, जिसके कारण हिंसा हुई।
बहुत से माइग्रेंट ब्रिटेन में शरण चाहते हैं। हमें इस पर सख्त रवैया अपनाना होगा। कई शरणार्थी हमारे सिस्टम और सोसाइटी को खराब कर रहें हैं। ये कहना गलत नहीं होगा कि बाहर से आए लोग कम्युनिटी और सोशल सर्विस पर खराब प्रभाव डाल रहे हैं।
ब्रेवमेन ने कहा- मैं जल्द ही गैर कानूनी तरीके से UK में रह रहे माइग्रेंट्स को रवांडा भेजने की योजना पर काम करने जा रही हूं।