जिले के जयसिंहनगर वन परीक्षेत्र में खेत से नौ साल की एक लड़की को बाघ उठाकर ले गया और उसकी मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार पूनम सिंह अपने दादी और बहनों के साथ खेत गई थी। खेत में फसल काट रहीं दादी व बहनों के सामने से बच्ची को बाघ उठा ले गया। इसके बाद मदद की गुहार स्वजन लगाते रहे। शोर गुल के बाद बच्ची को छोड़कर बाघ गया। बच्ची के ज्यादा गंभीर हो जाने की वजह से उसकी जान चली गई।
इस घटना के बाद ग्रामीण दहशत में है। घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही बाघ की चहलकदमी बताई जा रही थी। यह घटना मंगलवार की देर शाम की है। जानकारी मिलने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा। जयसिहंनगर वन परिक्षेत्र करकी सर्किल के घियार बीट अन्तर्गत कक्ष क्रमांक P-341 की घटना के बार में डीएफओ गौरव चौधरी ने बताया कि इस क्षेत्र में इस समय बाघ के गांव के आसपास घूमने की सूचना मिली है। एक दर्जन से अधिक बाघ आसपास के इलाकों में बने हुए हैं। यह क्षेत्र बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान से लगा हुआ है, जिसके कारण यहां बाघों का आना-जाना बना रहता है।
उत्तर वन मंडल के डीएफओ गौरव चौधरी ने बताया कि गांव वालों को सतर्क किया जा रहा है कि वह आसपास के जंगलों की और न जाएं और कहीं भी बाघ दिखते हैं तो तत्काल विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को बताएं। जानकारी के अनुसार इस समय लगातार गांव के पास बाघ दिखाई दे रहे हैं, जिससे जय सिंह नगर क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव में दहशत की स्थिति बनी हुई है। इसके पहले तक हाथियों का डर था और अब बाघ भी घूमने लगे हैं जिसके कारण ग्रामीण अपने घरों में भी सुकून से नहीं रह पा रहे हैं। उन्हें इस बात का डर बना रहता है कि कभी भी हाथी या बाघ नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इस क्षेत्र में 4 से 5 बाघ करते है विचरण
मामले की सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई। जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी अपने दलबल सहित मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों के साथ वन अमला जंगल में बच्ची को खोजने लगा। कुछ देर खोजने के बाद बच्ची दिखाई तो दी, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बच्ची के शव का पंचनामा कराकर परिजनों को सौंप दिया। साथ ही तात्कालिक राहत राशि के रूप में विभाग ने 10 हजार रुपए परिजनों को दिया।
बुधवार को वन विभाग के आला अधिकारी अपनी टीम के साथ मौके पर उपस्थित हैं। जिनके द्वारा जंगल में बाघ की खोजबीन की जा रही है। बताया गया है कि क्षेत्र में लगभग 4 से 5 बाघ विचरण कर रहे हैं। पीड़ित परिवार को मुआवजे के रूप में 4 लाख रुपए वन विभाग की ओर से दिए जाने की तैयारी है।