मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौरी-गौरा की पूजा के बाद अपने हाथों पर सोटे का प्रहार झेला। मुख्यमंत्री पाटन ब्लॉक के जंजगिरी और कुम्हारी पहुंचे थे। परंपरा के मुताबिक गौरी पूजा के दिन सोटे का प्रहार सहने से अनिष्ट की आशंका खत्म होती है और खुशहाली आती है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर के लिए खुशहाली की कामना की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर साल की तरह इस बार भी सुबह पूजा-अर्चना के बाद जंजगिरी गांव पहुंचे। यहां उन्होंने चौक पर गौरी-गौरा की पूजा की। इस मौके पर गांव के बीरेंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री के पांव छुए और फिर उनके हाथों पर सोटे से प्रहार किया। लोक मान्यता है कि गौरा गौरी पूजा के मौके पर सोटे से प्रहार से अनिष्ट टलते हैं और खुशहाली आती है। मुख्यमंत्री प्रदेश की खुशहाली की कामना के लिए हर साल इस लोक अनुष्ठान में हिस्सा लेते हैं।
जजंगिरी पहुंचकर मुख्यमंत्री ने लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दीप पर्व आप लोगों के जीवन को इसी तरह जगमग करता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर बार आप लोगों के बीच आकर मुझे बहुत खुशी महसूस होती है और दिवाली का आनंद आप लोगों के साथ साझा कर मन हर्षित हो जाता है।बाद में मुख्यमंत्री कुम्हारी पहुंचे। यहां गौरा-गौरी पूजा में शामिल हुए। एक स्थानीय व्यक्ति ने मुख्यमंत्री के हाथ पर सोटे लगाए।
बाद में सभी ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का आशीर्वाद लिया। यहां पर भी मुख्यमंत्री ने लोगों को दिवाली की बधाई देते हुए उनके सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि दीपावली के मौके पर लोक परंपरा का आनंद लेना बहुत सुख देता है। आप लोगों के बीच हर बार आता हूं मुझे बहुत खुशी होती है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गौरा गौरी की पूजा के साथ भ्रमण भी किया।
कस्बे में उत्सवी माहौल
कुम्हारी में तो गड़वा बाजा की धुन के साथ अभूतपूर्व दृश्य दिखा। लोकपर्व के अपूर्व उत्साह में पूरा कस्बा मुख्यमंत्री के साथ सराबोर दिखा। सब लोग गलियों में उमड़ आये। उत्साह से भरे चेहरे, नृत्य करते लोगों ने दीपावली के पर्व को यादगार बना दिया।