ट्विटर डील के चलते अरबपति एलन मस्क अमेरिकी सरकार की रडार पर आते नजर आ रहे हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मस्क के दूसरे देशों के साथ संबंधों की जांच की बात कही है। खास बात है कि ट्विटर डील में सऊदी हिस्सेदारी पर सवाल उठने लगे हैं। मस्क ने बीते महीने ही 44 बिलियन डॉलर की डील पूरी की है।
पत्रकारों के साथ बातचीत में बाइडेन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि एलन मस्क के अन्य देशों के साथ सहयोग या तकनीकी संबंध ध्यान दिए जाने के लायक हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगा कि वह कुछ अनुचित कर रहे हैं या नहीं… मैं केवल इतना ही कहूंगा।’ मस्क की ट्विटर डील में सऊदी अरब के प्रिंस अलवलीद बिन तलाल और कतर सोवरिन वेल्थ फंड समेत कई निवेशक भी शामिल हैं।
दो अमेरिकी सीनेटर भी ट्विटर डील की जांच की बात कह चुके हैं, ताकि प्लेटफॉर्म को यूजर की जानकारी जुटाने से रोका जा सके, जिससे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और सऊदी सरकार के आलोचकों को खतरा हो। सीनेटर क्रिस मर्फी ने कहा था, ‘हमें चिंतित होना चाहिए कि जिस सऊदी की राजनीतिक बातों को रोकने और अमेरिकी राजनीतिक प्रभावित करने में साफ रुची है, वे अब बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के दूसरे सबसे बड़े मालिक होंगे।’
मस्क के कदम से खलबली
मस्क रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी बयानबाजी कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया था कि ताइवान को चीन के साथ मिल जाना चाहिए। इस सुझाव का चीनी अधिकारियों ने तो स्वागत किया था, लेकिन ताइवान के अधिकारी खासे नाराज हुए थे। अब आलोचक मस्क और चीन के बीच औद्योगिक संबंध की ओर इशारा करते हैं।
मस्क ने टेस्ला में अपने करीब चार अरब डॉलर के शेयर बेचे
मस्क ने टेस्ला में अपने करीब चार अरब डॉलर के शेयर बेच दिए हैं। शेयर बाजारों को दी गई सूचना में यह बताया गया। इसके मुताबिक मस्क ने इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के अपने 1.95 करोड़ शेयरों की बिक्री चार नवंबर से आठ नवंबर के बीच की। इससे पहले अगस्त में उन्होंने टेस्ला में अपने सात अरब डॉलर के शेयर बेचे थे। कुल मिलाकर मस्क अप्रैल से अब तक टेस्ला में अपने 19 अरब डॉलर से अधिक के शेयर बेच चुके हैं। इन शेयर की बिक्री उन्होंने ट्विटर के साथ हुए 44 अरब डॉलर के सौदे को पूरा करने के लिए शुरू की थी।