मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विद्युत व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने तथा दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों की सुविधा में वृद्धि करने के लिए प्रदेशभर में 88 नवीन विद्युत वितरण केन्द्र और दो उप संभाग सृजित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने वनांचल सरगुजा तथा बस्तर संभागों में सबसे अधिक विद्युत वितरण केन्द्र खोलने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में वितरण केन्द्र खुल जाने से बिजली संबंधी रखरखाव में तेजी आएगी साथ ही वनांचल के लोगों को बिजली से संबंधित कार्यों के लिए उनके नजदीक ही विद्युत कार्यालय स्थापित होंगे। उन्होंने छ्त्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी के अधिकारियों को मैदानी क्षेत्रों विशेषकर नए जिलों में वितरण केन्द्रों की स्थापना को प्रमुखता देने के भी निर्देश दिए हैं।
इन केन्द्रों के शुरू होने के बाद प्रदेश में कुल 532 विद्युत वितरण केन्द्र एवं 156 विद्युत उप संभाग हो जाएंगे। बस्तर तथा सरगुजा संभागों में सबसे अधिक वितरण केन्द्र खोले जाएँगे। सरगुजा ,रायगढ़ तथा बेमेतरा जिÞले में 6 – 6 वितरण केन्द्र, जशपुर और कोरबा जिलों में 5-5 ,बलरामपुर- रामानुजगंज, कांकेर तथा राजनांदगाँव जिलों में 4-4,मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, बस्तर, बालोद, दुर्ग, बिलासपुर, मुंगेली, कबीरधाम, महासमुंद तथा गरियाबंद जिलों में 3-3, कोरिया, कोण्डागाँव, नारायणपुर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी, खैरागढ़-छुइखदान-गंडई तथा रायपुर जिलों में 2-2 तथा बीजापुर, सुकमा, दन्तेवाड़ा, गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही, धमतरी, बलौदाबाजार- भाटापारा तथा सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिलों में 1-1 वितरण केन्द्र तथा सक्ती एवं दुर्ग (अमलेश्वर) में उप संभाग स्थापित किए जाएंगे।
प्रदेश में 60 लाख से अधिक घरेलू ,कृषि तथा व्यावसायिक बिजली उपभोक्ता हैं। विद्युत उपभोक्ताओं तक निर्बाध तथा गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति बनाए रखने के लिए पॉवर कंपनी ने व्यापक अधोसंरचना तैयार की है। प्रदेश में 33/11 केव्ही के एक हजार 333 उपकेन्द्र , 11/ 04 केव्ही के दो लाख पाँच हजार 760 वितरण ट्रांसफार्मर तथा दो लाख 17 हजार 767 किलोमीटर लम्बी निम्नदाब लाइनों के जरिए हर उपभोक्ता को निर्बाध बिजली आपूर्ति की जा रही है। वहीं इतनी बड़ी अधोसंरचना के सुचारू संचालन के लिए 08 क्षेत्रीय कार्यालय ,18 वृत्त , 64 विद्युत संभाग , 57 जोन, 154 उपसंभाग तथा 444 वितरण केन्द्र वर्तमान में संचालित हैं।