राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने आर.सी.वी.पी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी भोपाल में प्रशिक्षणाधीन अखिल भारतीय सेवा के प्रशासनिक और राजस्व सेवा के अधिकारियों के साथ आत्मीय संवाद किया। अकादमी संचालक श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर के नेतृत्व में प्रशिक्षु अधिकारी आज सौजन्य भेंट के लिए राजभवन आए थे।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान दिल-दिमाग को खुला रखकर ज्ञान प्राप्त करें। यह संपूर्ण सेवाकाल में उपयोग आने वाली मार्गदर्शिका है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सेवा भावना के साथ कार्य करने से सारा जीवन आनंद के साथ बीतेगा। उन्होंने कहा कि धन से भौतिक सुख की प्राप्ति हो सकती है लेकिन संवेदनशीलता के साथ दूसरों की मदद ही आत्मिक आनंद प्राप्त करने का तरीका है।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि सरकार के जन-कल्याणकारी कार्यक्रमों को अंतिम कड़ी तक पहुँचाना अधिकारियों का दायित्व है। इसलिए जरूरी है कि जन-साधारण के साथ आत्मीय व्यवहार करें। आत्मीयता के लिए सामान्य बोलचाल, सरल व्यवहार और संवेदनशील आचरण का पालन पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवक की कार्यशैली का लक्ष्य जरूरतमंद तथा वंचित वर्गों का भरोसा और दिल जीतने का होना चाहिए। सेवाकाल के दौरान कई समस्याएँ और चुनौतियाँ आएंगी, जिनके समाधान के लिए जरूरी है कि कार्यक्षेत्र की विशेषताओं को समझते हुए संवेदनशीलता के साथ अधीनस्थ कर्मचारियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तालमेल बना कर प्रयास किए जाएं।
अकादमी संचालक श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर ने स्वागत उद्बोधन दिया। विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी सह प्रशिक्षण संचालक श्रीमती रश्मि बघेल ने आभार माना। प्रशिक्षणार्थी अधिकारियों की ओर से सुवैशाली, अरविंद और जयदीप लकुम ने प्रशिक्षण में प्राप्त अनुभवों को साझा किया।