कांग्रेस ने उन आरोपों की न्यायिक जांच की मांग की है कि जिनमें कहा गया है कि कर्नाटक में दिवाली पर कुछ पत्रकारों को मिठाई के डिब्बों के साथ नकद उपहार दिये गए। कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, “40 प्रतिशत सरकार ने पत्रकारों को एक लाख रुपये नकद देकर उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की।”
सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से इस बाबत सवाल पूछे। उन्होंने पूछा, “क्या श्रीमान बोम्मई जवाब देंगे- 1. क्या यह मुख्यमंत्री द्वारा दी गई रिश्वत नहीं है? 2. एक लाख रुपये का स्रोत क्या है? क्या यह सरकारी खजाने का पैसा है या मुख्यमंत्री ने खुद दिया है? 3. क्या ईडी या आयकर विभाग इसका संज्ञान लेगा?”
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति ने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की और इसे मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से पत्रकारों को ‘स्वीट बॉक्स ब्राइब’ यानी ”मिठाई के डिब्बे में रिश्वत करार दिया।”
पार्टी ने कहा, “राज्य के लोगों को पता होना चाहिए कि कितना पैसा रिश्वत के तौर पर दिया गया है और कितना पैसा प्राप्त किया गया है और कितना लौटाया गया।” सीएमओ के सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि वह इससे अनभिज्ञ हैं कि पत्रकारों को ‘नकदी’ दी गई।