कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज कर्नाटक के मंड्या में पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। राहुल ने कंधे पर हाथ रखकर मां का स्वागत किया। इसके बाद यात्रा में मौजूद महिला नेताओं ने सोनिया गांधी का हाथ थाम लिया।
करीब 15 मिनट तक पैदल चलने के बाद राहुल ने सोनिया को वापस कार में भेज दिया। हालांकि कुछ देर आराम करने के बाद सोनिया फिर से पैदल यात्रा में शामिल हो गईं। सोनिया एक महीना पहले ही कोरोना से उबरी हैं। अभी सोनिया का स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है।
कर्नाटक से सोनिया गांधी का गहरा संबंध है। जब कभी गांधी परिवार पर राजनीतिक संकट आया है, तब दक्षिण भारत ने उसे मुश्किल से उबारा है। भारत की दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी दक्षिण भारत की सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ा है। इमरजेंसी की बाद जब इंदिरा गांधी की सरकार चली गई थी तो 1980 में जब उन्हें एक सुरक्षित लोकसभा सीट की जरूरत थीं।
ऐसे में उन्होंने कर्नाटक के चिकमंगलूर से चुनाव लड़ा था। इंदिरा गांधी ने आंध्रप्रदेश के मेंडक और UP के राय बरेली से नामांकन दाखिल किया था। हालांकि, बाद में उन्होंने राय बरेली की सीट छोड़ दी।
सोनिया और राहुल की भी ढाल है दक्षिण
सोनिया गांधी ने भी कर्नाटक के बेल्लारी सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं। 1999 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी को UP की अमेठी सीट से हारने का डर था। ऐसे में उन्होंने बेल्लारी से नामांकन दाखिल किया और अपने नामांकन को लेकर गोपनीयता रखने की कोशिश की।
हालांकि बीजेपी को यह बात पता चल गई और उन्होंने सोनिया के खिलाफ सुषमा स्वराज को मैदान में उतार दिया। सुषमा स्वराज इस सीट से 56 हजार के वोटों से हार गई थीं। यही नहीं जब 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को लगा कि वो अमेठी से चुनाव हार जाएंगे तो उन्होंने केरल के वायनाड से चुनाव लड़ा