इंदौर
सीसीटीवी कैमरे के मामले में इंदौर ने दुनिया में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। यह सूची सिंगापुर की निजी कंपनी ने जारी की है। इंदौर में प्रति 1000 व्यक्तियों पर कैमरों की डेंसिटी 62.52 है। इस सूची में हैदराबाद (41.52) तीसरे, नई दिल्ली (26.70) चौथे और चेन्नई (24.53) पांचवें स्थान पर है
स्वच्छता में छक्का लगाने के बाद शहर के लिए कैमरे में दूसरे स्थान पर आना गर्व की बात है। सुरक्षा मापदंडों का सर्वे करने वाले सिंगापुर की निजी कंपनी ने हाल ही में एक रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। कंपनी का दावा है कि इंदौर कैमरे घनत्व के मामले में दूसरे स्थान पर है। जोन-4 के एडिशनल डीसीपी डा. प्रशांत चौबे के मुताबिक पुलिस ने लगातार सीसीटीवी कैमरों में जोर दिया है। कैमकाप अभियान द्वारा भी पब्लिक कैमरों को मुख्यालय के सर्वर से जोड़ा जा चुका है।
कंपनी द्वारा जारी इंडेक्स: एक हजार लोगों पर इतने कैमरे
बीजिंग – 372.80
इंदौर – 62.52
हैदराबाद – 41.80
दिल्ली- 26.70
चेन्नई- 24.53
लंदन-13.35
बैंकाक-7.15
इस्तांबुल-6.97
न्यूयार्क-6.87
बर्लिन-6.24
पेरिस-4.04
टोरंटो-3.05
टोक्यो-1.06
सीसीटीवी कैमरे में ऐसा है इंदौर : बाज जैसे नजर रखते है कैमरे
सीसीटीवी कैमरों के मामले में इंदौर की कुछ सड़के तो ऐसी है कि छोटी-छोटी चीजें भी रिकार्ड हो जाती है। पुलिस ने महूनाका से अन्नपूर्णा रोड़ की एक सड़क को ईगल आईकैम नाम दिया है। यहां लगाए कैमरे बाज जैसी नजर रखते है। पुलिस का दावा है कि कैमरे गाड़ी के नंबर भी स्पष्ट रिकार्ड कर लेते है। इसी तरह खजराना चौराहा (थाना तक) छोटा राजवाड़ा (कनाड़िया रोड़) और सराफा में भी कैमरों का जाल बिछा हुआ है।