12 नवंबर को हिमाचल की सभी 68 सीटों पर वोटिंग होनी है और 8 दिसंबर को नतीजे आने हैं। आज प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल में दो जगहों पर जनसभाएं संबोधित करने वाले हैं। लेकिन, हिमाचल पहुंचने से पहले वे पंजाब के अमृतसर में राधास्वामी सत्संग डेरा प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात को सीधे तौर पर चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि पीएम मोदी ने पंजाब चुनाव से ठीक पहले भी ढिल्लों से मुलाकात की थी। अब हिमाचल चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी की ढिल्लों से मुलाकात के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
हिमाचल के हर जिले में अनुयायी
राधा स्वामी डेरे की स्थापना साल 1891 में बाबा जैमल जी ने की थी। पंजाब के अमृतसर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास एक आध्यात्मिक केंद्र है। इसके देश और दुनिया में करोड़ों अनुयायी हैं। पंजाब, हरियाणा और हिमाचल में भी राधा स्वामी सत्संग के अनुयायियों की कमी नहीं है। अकेले हिमाचल प्रदेश में इनकी संख्या पांच लाख के करीब है। राधा स्वामी सत्संग डेरे के हिमाचल के हर जिले में अनुयायी है।
हिमाचल के हर कोने में सत्संग भवन, हमीरपुर में चैरिटी अस्पताल
ब्यास डेरा प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के हमीरपुर जिले के भोटा में अस्पताल है। इसके अलावा शिमला समेत हर कोने में सत्संग भवन मौजूद हैं। आजादी से पहले से यहां तब के डेरा प्रमुख बाबा सावन सिंह प्रचार के लिए पैदल आते थे। आजादी के बाद बाबा जगत सिंह, बाबा चरण सिंह व फिर गुरिंदर सिंह ढिल्लों यहां आ रहे हैं।
पॉलिटिकल इंपेक्ट
वैसे राधा स्वामी सत्संग डेरा ने कभी भी किसी चुनाव में किसी पार्टी का समर्थन नहीं किया लेकिन, पहले पंजाब चुनाव से पहले और अब हिमाचल चुनाव से पहले डेरा प्रमुख की नेताओं से मुलाकात के बड़े सियासी मायने हैं। पंजाब चुनाव से पहले सिर्फ पीएम मोदी ही नहीं पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने भी बाबा गुरिंदर सिंह से मुलाकात कर आशीर्वाद मांगा था।
इस बार हिमाचल चुनाव में हालांकि ओपिनियन पोल के बाद भाजपा की जीत के आसार लग रहे हों लेकिन, पार्टी को कसर नहीं छोड़ना चाहती।