सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 10 प्रतिशत घटकर 960 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले इसी अवधि में नेट प्रॉफिट 1051 करोड़ रुपये था। इस खबर के बाद शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में बैंक ऑफ इंडिया के शेयर में तेजी आई और यह 52 हफ्ते के हाई लेवल पर पहुंच गया।
गिरावट की वजह: फंसे कर्ज के लिए प्रावधान दोगुना से अधिक होकर 1,912 करोड़ रुपये हो गया। इसके कारण बैंक का लाभ घटा है। बता दें कि फंसे हुए कर्ज के लिए प्रावधान एक साल पहले की इसी अवधि में 894 करोड़ रुपये था। इसके अलावा उच्च ब्याज व्यय में भी इजाफा हुआ है। यह बढ़कर 6,414 करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में 6,000 करोड़ रुपये था।
शेयर का भाव: सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को बैंक का शेयर भाव 4 फीसदी तक उछलकर 66.80 रुपये पर पहुंच गया। यह 52 हफ्ते का हाई लेवल है। हालांकि, बाद में मुनाफावसूली देखने को मिली लेकिन अब भी भाव में 2 फीसदी तेजी है। बैंक का मार्केट कैप 27,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है।