ग्राज: ऑस्ट्रिया के दक्षिण-पूर्वी शहर ग्राज के एक स्कूल में मंगलवार को एक संदिग्ध शूटर ने अंधाधुंध फायरिंग कर दस लोगों को जान से मार डाला. स्थानीय मेयर एल्के काहर ने ऑस्ट्रियाई प्रेस एजेंसी एपीए से पुष्टि की कि मृतकों में कई छात्र और अन्य शामिल हैं. खबर के मुताबिक, पुलिस की कार्रवाई में संदिग्ध शूटर मारा गया है.




यूरोप में स्कूल में गोलीबारी की घटनाएं अमेरिका की तुलना में बहुत कम होती हैं, लेकिन हाल के वर्षों में यूरोप स्कूलों और विश्वविद्यालयों में हुए हमलों से हिल गया है, जिनका आतंकवाद से कोई संबंध नहीं था. पुलिस ने एक्स पर कहा कि, घटना के बाद इलाके को पुलिस ने घेर लिया था. वह इसलिए क्योंकि इमारत में गोलियों की आवाजें सुनी गईं.
ग्राज शहर में हमले की पुष्टि करते हुए पुलिस और आंतरिक मंत्रालय के अधिकारियों से एएफपी द्वारा तुरंत संपर्क नहीं किया जा सका. पुलिस सूत्रों ने ऑस्ट्रिया की एपीए समाचार एजेंसी को बताया, “फिलहाल स्थिति बहुत स्पष्ट नहीं है. यूरोपीय संघ की शीर्ष राजनयिक काजा कैलास ने मंगलवार को गोलीबारी की घटना की निंदा करते हुए दुख प्रकट किया. कैलास ने एक्स पर पोस्ट किया, “इस अंधेरे क्षण में मेरी संवेदनाएँ पीड़ितों, उनके परिवारों और ऑस्ट्रियाई लोगों के साथ हैं.”
लगभग 9.2 मिलियन लोगों की आबादी वाले अल्पाइन राष्ट्र में सार्वजनिक रूप से हमले के मामले दुर्लभ हैं. ग्लोबल पीस इंडेक्स के अनुसार, यह दुनिया के दस सबसे सुरक्षित देशों में शुमार है. जनवरी 2025 में, एक 18 साल के शख्स ने उत्तरपूर्वी स्लोवाकिया के एक स्कूल में एक हाई स्कूल के छात्र और एक शिक्षक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी. दिसंबर 2024 में, एक 19 साल के शख्स ने क्रोएशिया के जाग्रेब में एक प्राथमिक विद्यालय में सात वर्षीय छात्र की चाकू घोंपकर हत्या कर दी और कई अन्य को घायल कर दिया.
दिसंबर 2023 में, मध्य प्राग में एक विश्वविद्यालय में एक छात्र द्वारा किए गए हमले में 14 लोग मारे गए और 25 घायल हो गए. उस साल कुछ महीने पहले, एक 13 साल के लड़के ने बेलग्रेड शहर के एक प्राथमिक विद्यालय में आठ सहपाठियों और एक सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी थी. गोलीकांड में छह बच्चे और एक शिक्षक भी घायल हो गए थे. उसके बाद शूटर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. 2009 में, दक्षिणी जर्मनी के विन्नेंडेन में एक स्कूल में गोलीबारी में 9 छात्र, तीन शिक्षक और तीन राह चलते लोग मारे गए थे, जिसमें एक पूर्व छात्र ने बाद में खुद को भी मार डाला था.
