नई दिल्ली: लगातार दूसरा टेस्ट मैच तीसरे ही दिन गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। भारत के खिलाफ अगर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उसे वापसी करनी है तो अगले दोनों मैच हर हाल में जीतना जरूरी है। ऐसे मुश्किल हालातों के बीच कप्तान पैट कमिंस टीम का साथ छोड़कर ऑस्ट्रेलिया लौट चुके हैं। कमिंस की अचानक घर वापसी के पीछे पर्सनल कारण बताए जा रहे हैं। स्पष्ट वजहों का अबतक खुलासा नहीं हो पाया है। सूत्रों की माने तो कमिंस 1 मार्च से इंदौर में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले लौट आएंगे।
वैसे भी सीरीज के शुरुआती दो मैच में पैट कमिंस का प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा है। दो मैच में 39.66 की औसत से वह सिर्फ तीन विकेट ही ले पाए हैं। अगर कमिंस तीसरे टेस्ट से पहले तक सिडनी से नहीं लौट पाते हैं तो उपकप्तान और सीनियर प्लेयर स्टीव स्मिथ उनकी जगह कप्तानी कर सकते हैं, जो 2018 में हुए सैंडपेपर गेट से पहले तक टीम के कप्तान भी थे।
करीब सवा दो साल पहले एडिलेड टेस्ट में महज 36 रन पर ऑलआउट होने के बाद मेलबर्न टेस्ट में जिस तरह से टीम इंडिया ने दमदार वापसी की थी, कुछ उसी तरह के कमबौक की उम्मीद भारत दौरे पर पहुंची ऑस्ट्रेलियाई टीम से की जा रही थी, लेकिन दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी में उनके अकल्पनीय पतन ने यह साबित कर दिया कि राख से उठ खड़े होने की कहानी सदियों में हुआ करती हैं।
टक्कर ही नहीं दे पा रहा ऑस्ट्रेलिया
नागपुर टेस्ट की दूसरी पारी में 91 रन पर सिमटने के बाद दिल्ली पहुंची ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्रदर्शन का ग्राफ अपने न्यूनतम की ओर ही बढ़ा। टेस्ट के तीसरे दिन दर्शकों ने क्रिकेट के मैदान पर एक अकल्पनीय पतन देखा। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज की भारतीय स्पिनर्स को स्वीप और रिवर्स स्वीप करने की रणनीति नाटकीय रूप से लापरवाह बल्लेबाजी का मंजर बनकर रह गया। रविवार को दूसरी पारी में 61/1 के स्कोर से आगे खेलने उतरी मेहमान टीम 113 रन पर सिमट गई। सुबह के सेशन में 87 मिनट के खेल का एक-एक पल ऑस्ट्रेलिया की टीम को शर्मसार करता गया। ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरान अपने नौ विकेट सिर्फ 48 रन पर गंवा दिए। भारत ने 36 साल से दिल्ली में टेस्ट नहीं हारने का अपना रिकॉर्ड कायम रखा।