नई दिल्ली: भारतीय स्पिनर्स के सामने कोई उपाय नहीं सूझता देख शायद ऑस्ट्रेलियाई थिंक-टैंक ने दूसरे टेस्ट में उनके खिलाफ एक रणनीति बनाई। मेहमान टीम के बैटर सीधे बल्ले से खेलने के बजाय ‘स्वीप शॉट’ से जवाब देने के इरादे से उतरे। तकरीबन हर बैटर ने स्वीप या रिवर्स स्वीप खेलकर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा पर दबाव बनाने की कोशिश की। मगर उन्हें नहीं पता था कि वह अपने लिए गड्ढा खोद रहे हैं।
प्लेयर ऑफ द मैच रविंद्र जडेजा ने मैच के बाद कहा कि उन्हें अनुमान था कि वह इस तरह की कोशिश करेंगे। जडेजा ने स्पिन कराने की ज्यादा कोशिश नहीं की और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को सीधी गेंदों पर फंसाते रहे। धुरंधर स्टीव स्मिथ हों या स्पिनर्स को खेलने में माहिर कहे जा रहे मैट रेनशॉ, स्वीप शॉट खेलने में आउट हो गए।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने तो आते ही स्वीप करने की कोशिश की और जडेजा की नीची रही गेंद पर बोल्ड हो गए। एलेक्स कैरी और मैट कुहनमैन भी इसी तरह स्वीप शॉट खेलने में आउट हो गए। अपने बल्लेबाजों के स्वीप शॉट पर आउट होने पर कमिंस ने कहा, ‘हर कोई अपने खेल को अपने तरीके से कंट्रोल करता है। कुछ गेंदों पर शायद आपका नाम लिखा होता है। लेकिन हमें अपने शॉट सिलेक्शन पर समीक्षा की आवश्यकता है।’
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों की लताड़
कमिंस ने माना कि उनकी टीम भारत पर दबाव बनाने के बाद खुद ही उलझ गई। उधर, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बैटर माइकल हसी ने एक टीवी परिचर्चा में कहा कि उनकी टीम ने जीत का मौका गंवा दिया। उन्होंने कहा, ‘टीम बहुत निराश होगी। तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले उनका पलड़ा भारी था, लेकिन दुर्भाग्य से उन्होंने मौका गंवा दिया। हमारे बल्लेबाजों में से अधिकतर ने भारतीयों को अपने विकेट इनाम में दिए।’