प्रदेश के उद्यानिकी कृषकों को खेती की नई तकनीक और उससे होने वाले लाभ से अवगत कराने जिले, प्रदेश और प्रदेश के बाहर भ्रमण करा कर प्रशिक्षित किया जा रहा है। चालू वित्त वर्ष में अब तक 2661 किसान को प्रशिक्षण दिया गया। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह की अध्यक्षता में विधानसभा परिसर में हुई उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई। विधायक सर्वश्री मनोज चावला, सुभाष रामचरित, गोपाल सिंह चौहान, अपर मुख्य सचिव श्री जे.एन. कंसोटिया उपस्थित थे।
संचालक उद्यानिकी सुश्री निधि निवेदिता ने उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग की योजनाओं की प्रगति का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। फल पौध-रोपण योजना में वित्तीय वर्ष 2022-23 में 247 हेक्टेयर में पौध-रोपण के लिये किसानों को 3 करोड़ 84 लाख 31 हजार रूपये का अनुदान दिया गया है। मसाला क्षेत्र विस्तार योजना में 28 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों के उत्पादन के लिये कृषकों को अनुदान दिया गया है। व्यवसायिक उद्यानिकी फसलों की संरक्षित खेती प्रोत्साहन योजना में 10 हजार 677 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती के लिये किसानों को सहायता दी गई है। उद्यानिकी खाद्य प्र-संस्करण योजना में एक करोड़ 88 लाख 23 हजार रूपये का अनुदान दिया गया है।
बताया गया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में 4 हजार 240 कृषक को लाभान्वित किया गया है। युवाओं को माली प्रशिक्षण कार्यक्रम में 5 प्रशिक्षण केन्द्र पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गौ-शालाओं को उद्यानिकी रोपणियों के साथ जोड़ा जा रहा है। इस परियोजना में 10 संभाग मुख्यालयों के जिलों की उद्यानिकी रोपणियों के साथ 10 गौ-शालाओं को जोड़ा गया है। रोपणी उन्नयन योजना में प्रदेश की 14 रोपणियों के उन्नयन का कार्य किया जा रहा है। प्याज भंडार गृह, राइपनिंग चेम्बर, कोल्ड-रूम, पैक हाउस, प्लास्टिक लाइनिंग ऑफ फार्म पोण्ड, उच्च तकनीक से पान की खेती, संरक्षित खेती, फल क्षेत्र विस्तार, संकर सब्जी और पुष्प क्षेत्र विस्तार योजना, जैविक खेती, चैनलिंक फेंसिंग और एमआईडीएच की प्रगति की जानकारी दी गई। एमडी एमपी एग्रो श्री संजय गुप्ता सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।