केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने कमाई के बड़े ही अनोखे सोर्स का खुलासा किया. गुरुवार को टाइम्स नाऊ समिट 2025 में उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र नागपुर का हवाला देते हुए बताया कि किस तरह वे सालाना 300 करोड़ रुपये की कमाई करते हैं.




पहले उन्होंने बताया कि जब वे जल संसाधन मंत्री थे उस वक्त उन्होंने उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक प्रोजेक्ट शुरू किया. इसमें वेस्ट वाटर को ट्रीट करके मथुरा रिफाइनरी को बेचा गया. इसमें सरकार की तरफ से 40% और प्राइवेट इन्वेस्टर्स ने 60% निवेश किया. इसके बाद पहली बार लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट का ये प्रोजेक्ट काफी सफल रहा.
इसी तरह, गडकरी ने बताया कि नागपुर महानगरपालिका में टॉयलेट का पानी बेचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि आप ये बिल्कुल भी विश्वास नहीं करोगे, लेकिन हम टॉयलेट का पानी बेचकर साल के 300 करोड़ रुपये कमाते हैं. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश के हर शहर में अगर वेस्ट वॉटर रिसाइक्लिंग करकेइस्तेमाल में आएगा तो सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट की एक बहुत ही अच्छी पॉलिसी होगी, जिसे बनाने की कोशिशें की जा रही है.
उन्होंने आगे कहा कि हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है. ऐसे में कचरे को अलग कर ग्लास, मैटल, प्लास्टिक का रिसाइक्लिंग किया जाएगा. साथ ही, जो ऑर्गेनिक वेस्ट है, उसे बायोडाइजेस्टर में डालकर उससे मिथेन निकलेगा. मिथेन से सीओ2 डालकर हाइड्रोजन निकलेगा. और उस हाइड्रोजन का अलग-अलग तरह से गाड़ियों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है. हाइड्रोजन अगर में सफलतापूर्वक और सस्ता तैयार किया तो जो आज जो भारत 22 लाख करोड़ रुपये जीवाश्म ईंधन के लिए खर्च कर रहा है, आज जिस तरह भारत ऊर्जा का आयात करने वाला देश है, अगर वेस्ट टू वेल्थ पर काम किया तो कचरे से हाइड्रोजन बनाया, बायोमास से हाइड्रोजन बनाया तो भारत एक दिन ऊर्जा को निर्यात करने वाला देश बन जाएगा.
