भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली 5 नवंबर 2022 को 34 साल के हो गए। टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली शनिवार को अपना 34वां जन्मदिन मना रहे हैं। 5 नवंबर 1988 को जन्मे कोहली क्रिकेट की दुनिया में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि टेस्ट क्रिकेट हो या वनडे या फिर टी20 तीनों ही फॉर्मेट में उनकी तूती बोलती है। विराट कोहली के नेतृत्व में भारत की अंडर-19 विश्व विजेता बनी थी, लेकिन उसके बाद विराट कोहली बतौर कप्तान आईसीसी इवेंट में खिताब नहीं जीत सके और इसका मलाल उन्हें जरूर रहेगा।
हालांकि विराट कोहली भले ही टीम इंडिया को अपनी कप्तानी में कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं दिला सके, लेकिन अपनी बल्लेबाजी, फील्डिंग और कभी-कभार गेंदबाजी की बदौलत टीम को अपना सौ प्रतिशत देने से पीछे नहीं हटते। 2014 में टेस्ट टीम की कमान मिलने के बाद उन्होंने टीम को विदेशी सरजमीं पर लड़ने के साथ जीतना भी सिखाया। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया टेस्ट में नंबर-1 टीम बनी, आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों को उसकी जमीं पर हराया।
2017 में वह भारतीय टीम के सीमित ओवर के कप्तान भी बने। हालांकि यहां भी टीम उनकी कप्तानी में आईसी इवेंट में ज्यादा कमाल नहीं दिखा सकी। लेकिन अपनी कप्तानी में कोहली ने टीम को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई। विराट कोहली ने एमएस धोनी के बाद भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान के रूप में T20I कप्तानी का कार्यकाल समाप्त किया।
विराट का जन्म 15 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ था। अपने 34वें जन्मदिन पर विराट ऑस्ट्रेलिया में जारी टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। इस टूर्नामेंट में विराट कोहली के बल्ले से जमकर रन निकल रहे हैं। वह इस मेगा इवेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं।
विराट कोहली को उनके शुरुआती दिनों में साथी खिलाड़ी उन्हें चीकू के नाम से बुलाते थे। ये नाम कॉमिक्स चंपक के एक कैरेक्टर का नाम चीकू से मिला। हालांकि
अपनी कप्तानी में अंडर-19 टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले विराट कोहली ने 20 अगस्त 2008 को वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। जिसके बाद से लगभग 4 साल के अंदर ही वह टीम के एक अहम सदस्य बनकर उभरे। हालांकि 2012 में विराट कोहली को फिट रहने का ऐसा बुखार चढ़ा कि अब तक वह उसे मेंटेन किए हुए हैं और भारतीय टीम में मौजूद ज्यादातर खिलाड़ियों से ज्यादा फिट हैं। विराट कोहली 2012 के बाद से शायद ही फिटनेस की वजह से कोई मैच से बाहर रहे हों। कई दिग्गज क्रिकेटर्स विराट को टेस्ट क्रिकेट के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में भी देखते हैं।
विराट भारत के अब तक के सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहे हैं। एमएस धोनी से बागडोर संभालने के बाद, उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व किया और 58.82 के जीत प्रतिशत के साथ 40 जीत हासिल की। टेस्ट कप्तान के रूप में, उन्होंने 2015 में श्रीलंका के खिलाफ अपनी पहली सीरीज जीत दर्ज की थी।
उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने इतिहास के सुनहरे पन्नों में अपना दर्ज करवाया, क्योंकि कोहली के नेतृत्व में ही टीम इंडिया ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीत दर्ज की, वेस्टइंडीज में सीरीज जीती, टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 स्थान हासिल किया और फिर पहली बार में ही 2021 में टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंची। कोहली का घरेलू सरजमीं पर रिकॉर्ड शानदार रहा है। घर पर खेले गए 31 टेस्ट में से 24 में जीत हासिल किया, जिसमें केवल दो टेस्ट हारे हैं।
विराट कोहली के व्हाइट बॉल क्रिकेट में कप्तानी के रिकॉर्ड शानदार हैं। उन्होंने 95 वनडे मैचों में 65 में जीत दर्ज की है और 27 में हार मिली है। विदेशी सरजमीं पर टीम ने उनकी कप्तानी में 42 मैच खेले, जिसमें 29 में जीत और 11 में हार मिली।
कोहली की कप्तानी में बड़े टूर्नामेंट में टीम का प्रदर्शन
एशिया कप 2013-14 : फाइनल में नहीं पहुंचे
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 – फाइनल में हारे
विश्व कप 2019 – सेमीफाइनल में हारे
एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया को एक ऐसा बल्लेबाज बना, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई। चीकू से किंग और ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम बनने में विराट कोहली ने जो मेहनत की है, वो दुनिया के हर युवा खिलाड़ी के लिए एक मिशाल है। कोहली यंग जनरेशन के लिए एक प्रेरणा स्रोत रहे हैं। 34 साल की उम्र में भी कोहली की फिटनेस इतना लाजवाब है कि वह अभी भी अपने से आधे उम्र के खिलाड़ियों को टक्कर दे सकते हैं।