मध्यप्रदेश में 4 साल की बच्ची से गैंगरेप किया गया। बच्ची अपने फूफा के घर दिवाली मनाने आई थी। बच्ची खेत पर बनी झोपड़ी में सो रही थी, तभी आरोपी उठाकर ले गए और वारदात को अंजाम दिया।
खंडवा में घर में सो रही 4 साल की बच्ची का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। वारदात के बाद हत्या करने के इरादे से आरोपियों ने उसका गला घोंटा। बच्ची के बेहोश होने पर उसे मरा समझकर घर से 1.5 किलोमीटर दूर झाड़ियों में फेंक गए। घटना खंडवा शहर से सटे जसवाड़ी के एक गांव की है।
शक के आधार पर पुलिस ने आरोपी युवक को पकड़ लिया। बच्ची के संबंध में पूछताछ की, तो वह कहने लगा कि उसे मारकर फेंक दिया है। पुलिस आरोपी को साथ लेकर बच्ची को ढूंढने निकली। आरोपी के बताए अनुसार झाड़ियों को हटाया, तो बच्ची अर्धनग्न हालत में पड़ी मिली। वह हिल-डुल रही थी। उसकी सांसें चलती देख तत्काल जिला अस्पताल लाया गया। यहां उसका इलाज शुरू करवाया गया। यहां से इंदौर रेफर कर दिया गया। उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
SP विवेक सिंह ने बताया कि बच्ची के गले पर नाखूनों के निशान हैं। शरीर में दूसरी जगह भी चोट है। हिरासत में लिए गए राजकुमार पर पहले से एक आगजनी का मामला दर्ज है। उसके दूसरे साथी की तलाश जारी है। बच्ची के साथ सेक्शुअल असॉल्ट हुआ है। पकड़ा गया आरोपी ढाबे पर काम करता है।
फूफा के घर दिवाली मनाने आई थी मासूम
पंधाना थाना क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी परिवार की 4 साल की बच्ची एक सप्ताह पहले बुआ के साथ जसवाड़ी के पास एक गांव में फूफा के घर दिवाली मनाने के लिए आई थी। बच्ची के फूफा एक किसान के खेत में काम करते हैं। खेत में ही इनकी झोपड़ी बनी है।
परिजन ने बताया कि रात को झोपड़ी में बच्ची और फुफेरा भाई खटिया पर सो गए और अन्य लोग घर के बाहर सो रहे थे। सोमवार सुबह जब सभी उठे तो बच्ची खटिया पर नहीं थी। काफी देर ढूंढने के बाद भी जब वह नहीं मिली, तो पिता को फोन कर पंधाना से यहां बुलाया। सूचना पर सीएसपी पूनमचंद्र यादव, टीआई बीएल अटोदे समेत दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी बच्ची की छानबीन में जुट गए।
ढाबे के कर्मचारी पर इस तरह हुआ शक
झोपड़ी के ठीक पास राजपूत ढाबा है। परिजन ने बताया कि रात आठ-नौ बजे ढाबे का वेटर खालवा निवासी राजकुमार घर आया। उसने सोने के लिए खटिया मांगी। घर से करीब 100 फीट दूर वह खेत में ही खटिया लगाकर सो गया। सुबह सिर्फ खटिया मिली, वह गायब था। इस पर राजकुमार पर शक हुआ। ढाबा संचालक के एक कर्मचारी की मदद से पुलिस राजकुमार तक पहुंची। राजकुमार पर सख्ती बरती तो उसने अपने खरगोन निवासी रिश्तेदार दिलीप के साथ मिलकर वारदात करना कबूल किया।