बहराइच: यूपी के बहराइच जनपद के महाराजगंज में मूर्ति विसर्जन जुलूस में डीजे को लेकर हुए बवाल में मंदसौर निवासी राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सरफराज और तालिब को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया.
मुठभेड़ में दोनों गोली लगने से घायल हुए हैं. दोनों को बहराइच के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नानपारा सीएचसी के डॉ. अरशद सिद्दीकी ने बताया कि पुलिस घायल अवस्था में सरफराज और तालिब को लेकर आई थी. दोनों के पैर में गोली लगी है. प्राथमिक इलाज के बाद दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है. दोनों के पैर में गोली फंसी हुई है. हालांकि उनकी स्थिति सामान्य है.
बताया जा रहा है कि दोनों नेपाल भागने की फिराक में थे. मुख्य आरोपी सरफराज और तालिब नेपाल सीमा के पास हांडा बसेहरी नहर के पास मुठभेड़ हुई. उधर, बुधवार की रात एक और आरोपी जहीर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही पुलिस राम गोपाल की हत्या में अब तक 57 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि 55 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजकर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
मुठभेड़ में पकड़े गए दो आरोपियों को बहराइच जिला अस्तपताल में भर्ती कराया गया है. राम गोपाल मिश्रा की मौत को लेकर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे थे. उसके गांव के लोग बता रहे थे कि उसे तलवार से मारा गया, करंट दिया गया. इस पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि युवक की मौत गोली लगने से हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से मौत की बात उजागर हुई है.
बताया जा रहा है कि आरोपी जहीर नेपाल भागने की फिराक में था. राम गोपाल पर फायरिंग अब्दुल हमीद के घर से हुई थी. उसका नेपाल से कनेक्शन है. अब्दुल हमीद के एक बेटे की नेपाल में ससुराल है. वहां पर भी सर्राफ का काम करते हैं.
महाराजगंज की स्थितियों की बात करें तो महाराजगंज इलाके में स्थितियां अभी सामान्य हैं लेकिन, तनाव बरकरार है. एसटीएफ, एलआयू और अन्य जांच एजेंसियां अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही हैं.
सीएमओ संजय कुमार ने बताया कि राम गोपाल के शरीर पर 25 से 30 जगह चोट के निशान मिले हैं. ज्यादा खून बहने के कारण उसकी मौत की बात सामने आ रही है. उसकी बाई आंख के ऊपर किसी चीज के लगने के कारण बड़ा कट का निशान है. पैर के दोनों अंगूठे में चोट है. नाखूनों का कुछ हिस्सा गायब है. करंट लगने की बात पर उन्होंने कहा कि ज्यादा डिटेल पोस्टमार्टम करने वाली टीम ही दे पाएगी.
इस बीच बहराइच के जिला सूचना अधिकारी को हिंसा के बाद लखनऊ मुख्यालय संबंध कर दिया गया है. जिलाधिकारी मोनिका रानी ने उन्हें कार्य मुक्त कर दिया है. अभी उनकी जगह श्रावस्ती के सहायक निदेशक रवि कुमार वर्मा को कार्यभार सौंपा गया है. सूचना अधिकारी को लखनऊ भेजे जाने के संबंध में अभी कोई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
बता दें कि 13 अक्टूबर को दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस में डीजे की आवाज को लेकर दो समुदाय को लोगों में बवाल हो गया था. इसके बाद बहराइच के रामपुरवा, महराजगंज और महसी क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी. इसी बवाल में युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इससे बाद भीड़ उग्र हो गई थी और बाजार-घरों में आगजनी-तोड़फोड़ शुरू कर दी थी.
हिंसा को देखते हुए शासन ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी थी. करीब 48 घंटे बाद स्थिति सामान्य हो सकी थी. शासन की ओर से बवाल और हिंसा मामले को लेकर 5 पुलिस अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया था.