नई दिल्ली : पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Prices) में आम जनता को जल्द राहत मिलने वाली नहीं हैं। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने रविवार को इस तरह के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक तेल कंपनियों के पिछले घाटे को देखते हुए पेट्रोल की कीमतों में जल्द कटौती होने की उम्मीद नहीं है। तीनों सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों- IOC, BPCL और HPCL ने पिछले 15 महीनों से पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में लागत के अनुरूप बदलाव नहीं किया है। लागत के अनुरूप कीमतें नहीं बढ़ने से इन कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
कब कम होंगी कीमतें?
हालांकि, पिछले कुछ महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Prices) गिरने से कंपनियों पर दबाव कुछ कम हुआ है। लेकिन उन्होंने पिछले नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कटौती नहीं की है। पुरी ने यहां एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि नुकसान की भरपाई हो जाने पर कीमतें कम हो जानी चाहिए।’
कच्चा तेल महंगा होने पर भी नहीं बढ़ाए दाम
पुरी ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद कच्चे तेल के दाम में आए उछाल के बावजूद तेल कंपनियों ने जिम्मेदार आचरण किया। उन्होंने खुदरा कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की। उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें कीमतें स्थिर रखने को नहीं कहा था। उन्होंने खुद ही यह फैसला किया था।’ हालांकि, ऊंचे दाम पर कच्चा तेल खरीदने से उनकी लागत बढ़ गई। जून 2022 के अंत में उन्हें एक लीटर पेट्रोल पर 17.4 रुपये और डीजल पर 27.2 रुपये प्रति लीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा था।
9 महीनों से नहीं बदले दाम
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड ने छह अप्रैल, 2022 को आखिरी बार पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें संशोधित की थीं। पुरी ने कहा कि कीमतें स्थिर रखने से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में इन कंपनियों को कुल 21,201.18 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। उन्होंने कहा कि इस नुकसान की भरपाई होनी बाकी है।