राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि अंधत्व निवारण के लिए सबके साथ, विश्वास और सबके प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गरीब और वंचित वर्गों की मदद के लिए समाज के समर्थ व्यक्तियों का सहयोग लिया जाना चाहिए। उन्होंने एम्स के चिकित्सा और पैरामेडिकल स्टॉफ के सेवा कार्यों की सराहना करते हुए अंधत्व निवारण प्रयासों के लिए विवेकाधीन मद से पाँच लाख रूपये की सहायता देने की घोषणा की है।
राज्यपाल श्री पटेल आज यहाँ भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भोपाल और एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी ओपथेलमोलोजिस्ट्स ऑफ इंडिया के सम्मिलित प्रयासों से हुए राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एम्स के नेत्र रोग चिकित्सा विभाग अंतर्गत अल्प दृष्टि सहायता केन्द्र का डिजीटली शुभारंभ किया। एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी ओपथेलमोलोजिस्ट्स ऑफ इंडिया की ओर से जन-जागृति के लिए चलाए जा रहे दृष्टि रथों को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। राज्यपाल ने प्रदेश के प्रख्यात 13 नेत्र रोग विशेषज्ञों को सम्मानित भी किया।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि समाज के वंचित और पिछड़े क्षेत्रों में स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी के प्रसार का प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि आंखों का सिर्फ भौतिक रूप से ही महत्व नहीं है, यह हमारी संवेदनशीलता की भी परिचायक है। हमारे जीवन का उत्साह भी आंखों की रोशनी से जुड़ा हुआ है, इसलिये आँखो का स्वस्थ और सुरक्षित होना जीवंत जीवन का आधार है। नेत्र चिकित्सक स्कूलों में जाएँ और छात्र-छात्राओं को आँखों की देखभाल, उचित रहन-सहन, खान-पान, आचरण के सम्बन्ध में जानकारी दें। एक चिकित्सक के रूप में आप सभी का नैतिक कर्त्तव्य और व्यावसायिक ज़िम्मेदारी है कि धन के अभाव में मरीज उपचार से वंचित नहीं हों।
एम्स के कार्यपालक संचालक प्रो. अजय सिंह ने चिकित्सालय में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं और रोगी कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा चिकित्सालय की सीमाओं से बाहर निकल कर टी.बी. और एनिमिया मुक्त भारत निर्माण की दिशा में सतत प्रयास किए जा रहे हैं। स्क्रीनिंग शिविर जनजातीय बहुल और पिछड़े क्षेत्रों में लगाए जा रहे हैं। भोपाल के निकट भोजपुर और आशापुरी गाँव और दो स्कूलों को गोद भी लिया है। उन्होंने बताया कि संस्थान के नेत्र विभाग में उन्नत और आधुनिक चिकित्सा उपकरण और चिकित्सक उपलब्ध हैं। फोल्डेबल लेंस जैसे महंगे उपकरण भी रोगियों को नि:शुल्क उपलब्ध कराऐ जा रहे हैं।
एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी ओपथेलमोलोजिस्ट्स ऑफ इंडिया के मानसेवी महासचिव डॉ. स्वप्न सामंता ने कहा कि अंधत्व निवारण के लिए आवश्यक अच्छे चिकित्सक, औषधियाँ और चिकित्सालय सब कुछ भारत में उपलब्ध हैं, आवश्यकता जन-जागरण की है। उन्होंने संस्था द्वारा जन जागरण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। एम्स के उपनिदेशक कर्नल अजीत कुमार ने अंधत्व निवारण कार्यक्रम की सराहना की और शुभकामनाएँ दी। एम्स की नेत्र रोग विभाग अध्यक्ष डॉ. भावना शर्मा ने बताया कि लो विजन क्लिनिक की सुविधाए नि:शुल्क उपलब्ध होंगी। सामुदायिक सेवा को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि आज से ही मध्यप्रदेश में एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी ओपथेलमोलोजिस्ट्स ऑफ इंडिया के मध्यप्रदेश चेप्टर की स्थापना भी हो रही है। एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी ओपथेलमोलोजिस्ट्स ऑफ इंडिया के संयोजक डॉ. ललित श्रीवास्तव ने आभार माना।