इस्लामाबाद: पेशावर में पुलिस लाइन की मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले से पाकिस्तानी सेना तिलमिलाई हुई है। हमले की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि मस्जिद की छत उड़ गई थी। इस हमले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इससे कहीं ज्यादा घायल हैं। मरने वालों में अधिकतर पाकिस्तानी पुलिस और सेना के जवान हैं। इस मामले की जांच कर रही पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। हालांकि, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने इस हमले की जिम्मेदारी जरूर ली है। इस हमले के तुरंत बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आपात बैठक भी बुलाई थी। इसमें पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ नदीम अंजुम समेत पुलिस अधिकारी और दूसरे प्रशासनिक लोग शामिल हुए थे।
पाकिस्तानी सेना ने खाई कसम
बैठक के बाद पाकिस्तानी सेना ने कहा कि हम पुलिस लाइन इलाके में मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले के जिम्मेदार अपराधियों को न्याय के कटघरे में पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि दोषी कोई भी हो, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पाकिस्तानी सेना ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ बैठक के बाद कॉर्प्स कमांडर कांफ्रेंस आयोजित की और आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई पर चर्चा की। पाकिस्तानी सेना की इस बैठक में सभी कोर के कमांडरों सहित आईएसआई के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए थे। इस बैठक का प्रमुख मकसद देश में बढ़ती आतंकवादी घटनाओं पर रोक लगाना था।
आतंकवाद पर सेना ने बुलाई बड़ी बैठक
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, 255वां कॉर्प्स कमांडर्स कांफ्रेंस जनरल हेडक्वार्टर में आयोजित किया गया था और इसकी अध्यक्षता चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) जनरल असीम मुनीर ने की थी। इस दौरान सभी कमांडरों ने मौजूदा और उभरते खतरों, जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति और आतंकवादियों के बीच सांठगाठं और जेश भर में उनके समर्थन तंत्र को तोड़ने के लिए किए जा रहे खुफिया-आधारित अभियानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि अधिकारियों ने पेशावर हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी और संकल्प लिया कि अपराधियों को अनुकरणीय न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
स्थायी शांति तक ऑपरेशन जारी रखने के निर्देश
बैठक में पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा कि इस तरह के अनैतिक और कायरतापूर्ण कृत्य देश के संकल्प को हिला नहीं सकते हैं और किसी भी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ बिना किसी हिचकिचाहट के कार्रवाई कई जाएगी। उन्होंने आतंक के खिलाफ चल रहे युद्ध में सफल होने का संकल्प भी लिया। सीओएएस ने सभी सेना कमांडरों को खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय कर आतंकवाद विरोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जब तक हम स्थायी शांति हासिल नहीं कर लेते, तब तक ऑपरेशन जारी रहेंगे।
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