नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें जब क्रिकेट के मैदान पर उतरती है को दोनों के बीच टक्कर कांटे की होती है। वनडे हो या टी20 या फिर टेस्ट मैच ये दोनों टीमें सिर्फ जीत चाहती है। ऐसे में एक बार फिर रोमांच अपने चरम पर होगा क्योंकि भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में एक दूसरे से टकराने वाली है। सीरीज की शुरुआत 9 फरवरी से नागपुर में जिसके बाद दिल्ली, धर्मशाला और अहमदाबाद में भी मुकाबले खेले जाएंगे।
इसके बाद तो मामले ने काफी तूल पकड़ लिया। हरभजन के पक्ष में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी सामने आए जबकि साइमंड्स के लिए रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क थे। मामले की गंभीरता की इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है सिडनी कोर्ट के द्वारा इसकी जांच की गई। हालांकि कोर्ट में हरभजन पर आरोप को सिद्ध नहीं किया जा सका लेकिन इसके बावजूद उन्हें एक टेस्ट के लिए बैन कर दिया गया था।
स्मिथ का DRS विवाद
स्टीव स्मिथ का DRS विवाद भी खूब सुर्खियों में रहा था। साल 2017 में ऑस्ट्रेलिया भारत के दौरे पर आई थी। इस दौरान बेंगलुरु टेस्ट में DRS विवाद हुआ। दरअसल मैच में भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव की बॉल पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रहे स्टीव स्मिथ के पैड पर लगी, जिसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने जोरदार अपील की और अंपायर ने स्मिथ को LBW करार दिया।
भारतीय खिलाड़ियों पर नस्लभेदी टिप्पणी
यह घटना साल 2021 की जब भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया गई थी। इस दौरान भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज पर स्टेडियम में बैठे दर्शकों के द्वारा नस्लवादी टिप्पणियां की गई। मामले की शिकायत के बाद इसे गंभीरता से लिया और दर्शकों को ऐसा ना करने की चेतावनी दी गई थी।