नई दिल्ली: भारत ने अतीत में कई तेज गेंदबाज आए, लेकिन उमरान मलिक जैसा कोई नहीं है। लंबा, असली तेज गेंदबाज, जो नियमित रूप से स्पीड गन पर 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंक सकता है। पिछले साल जून में डेब्यू करने बाद से उमरान ने भारत के लिए 16 मैच खेले हैं। उनकी हर कोई तारीफ कर रहा है और दावा किया जा रजा है कि यह गेंदबाज शोएब अख्तर की सबसे तेज गेंद का रिकॉर्ड चकनाचूर कर सकता है। हालांकि, यह बात पाकिस्तानी क्रिकेटरों को पच नहीं रही है।
वही यहीं नहीं रुके, आगे कहा- इसके (उमरन मलिक) जैसे तो बहुत हैं। घरेलू क्रिकेट भरी पड़ी है हमारी। (हमारा घरेलू सेटअप उमरान मलिक जैसे गेंदबाजों से भरा हुआ है)। जब एक गेंदबाज हमारे घरेलू स्तर पर आता है तो वह एक बोनाफाइड गेंदबाज बन जाता है। शाहीन की तरह, नसीम शाह, हारिस रऊफ.. ये ऐसे गेंदबाज हैं जो अपना काम जानते हैं। मैं आपको काफी नाम दे सकता हूं।"
दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक उमरान पहले ही श्रीलंका के खिलाफ 156 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से भारतीय रिकॉर्ड बना चुके हैं। उन्हें शोएब अख्तर के अब तक के सबसे तेज गेंद के रिकॉर्ड के लिए खतरा माना जाता है। सोहेल ने शोएब अख्तर का रिकॉर्ड तोड़ने की संभावनों पर कहा कि कोई भी इंसान अख्तर की 161.3 किलोमीटर प्रति घंटे (100.2 मील प्रति घंटे) की गति पैदा करने के करीब नहीं आ सकता है। केवल एक चीज है जो शोएब अख्तर के रिकॉर्ड को तोड़ सकती है और वह है बॉलिंग मशीन क्योंकि कोई भी इंसान कभी भी ऐसा नहीं कर सकता है। कारण यह है कि शोएब ने जितनी मेहनत की है, उतनी किसी ने नहीं की है। एक दिन में 32 राउंड पूरे करत थे। मैं एक हफ्ते में 10 करता था। वह अपने पैरों और स्प्रिंट को वजन के साथ पहाड़ों पर दौड़ता था। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज ने आखिरी बार 2017 में अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।