इस्लामाबाद : पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की शीर्ष नेता मरयम नवाज ने कहा है कि पिछले साल नवंबर में पाकिस्तानी सेना की कमान बदलने के बाद ही पाकिस्तान की मौजूदा सरकार को सही मायनों में सत्ता मिली है। मरयम नवाज ने कहा कि इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के ‘सहायक’ शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान में मौजूद थे और सरकार के काम में बाधा डाल रहे थे। पिछले साल नवंबर में जनरल कमर जावेद बाजवा पाकिस्तानी सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो गए थे। शहबाज शरीफ ने जनरल असीम मुनीर को नए आर्मी चीफ के रूप में चुना था।
इमरान-बाजवा… दुश्मन बन गए दोस्त
उन्होंने कहा कि 28 नवंबर से पहले सैन्य प्रतिष्ठान में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान के मददगार मौजूद थे। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने भी बाजवा और पूर्व आईएसआई डीजी जनरल (रि.) फैज हमीद पर 28 नवंबर 2022 तक इमरान खान को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। यह बात सच है कि इमरान खान पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ बाजवा की मदद से ही सत्ता में आए थे लेकिन पिछले साल अप्रैल में जाते-जाते दोनों के संबंध काफी हद तक खराब हो गए थे।
जेल की हवा खा रहे पीटीआई नेता
शहबाज सरकार का आरोप है कि इमरान खान नीत पीटीआई सरकार की गलत नीतियों की वजह से ही पाकिस्तान आर्थिक संकट की चपेट में आ गया। पाकिस्तान में फिलहाल इमरान खान के करीबी और पीटीआई के वरिष्ठ नेता सरकार के निशाने पर हैं। पहले पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी और फिर पूर्व गृह मंत्री शेख रशीद जेल जा चुके हैं। खबरों की मानें तो इमरान खान पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।