बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आज से इंडिया एनर्जी वीक (India Energy Week) शुरू हो रहा है। इसका मकसद एनर्जी ट्रांजिशन के केंद्र के रूप में भारत की बढ़ती ताकत को प्रदर्शित करना है। इसमें दुनियाभर के 30 से अधिक मिनिस्टर, 3000 से अधिक डेलिगेट्स, 1000 से अधिक एग्जीबिटर्स और करीब 500 स्पीकर्स हिस्सा ले रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज इसका उद्घाटन करेंगे। साथ ही वह दुनियाभर की तेल और कंपनियों की सीईओज (CEOs) के साथ एक राउंड टेबल इंटरैक्शन में भी शिरकत करेंगे। साथ ही वह ग्रीन एनर्जी के फील्ड में कई इनिशिएटिव्स को लॉन्च करेंगे। इसमें सबसे अहम है 20 फीसदी एथनॉल युक्त पेट्रोल (E20)। इसके साथ ही 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 84 पेट्रोल पंपों पर E20 ईंधन की बिक्री शुरू हो जाएगी। सरकार ने इसे 2030 में लॉन्च करने का लक्ष्य रखा था लेकिन सात साल पहले ही इसकी शुरुआत की जा रही है। इससे देश की विदेशी मुद्रा की भारी बचत होगी। पिछले वित्त वर्ष में भारत का तेल आयात का बिल करीब 119 अरब डॉलर था।
एथनॉल ब्लेंडिंग क्यों है जरूरी
ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकार एथनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम पर जोर दे रही है। 2013-14 से देश में एथनॉल का उत्पादन छह गुना बढ़ा है। इससे देश को न केवल 54,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है बल्कि कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में भी 318 लाख मीट्रिक टन की कमी आई है। इससे किसानों की आय भी बढ़ी है। 2014 से 2022 तक किसानों को 49,000 करोड़ रुपये का ट्रांसफर किया गया है। सरकार ने 2025 तक देश में पूरी तरह E-20 ईंधन की बिक्री का लक्ष्य रखा है। इसे हासिल करने के लिए ऑयल मार्केटिंग कंपनियां 2G-3G एथनॉली प्लांट्स स्थापित कर रही हैं।
मोदी साथ ही ग्रीन मोबिलिटी रैली को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा वह इंडियन ऑयल के ‘Unbottled’ इनिशिएटिव को भी लॉन्च करेंगे। इसका मकसद सिंगल यूज प्लास्टिक को चरणबद्ध तरीके से खत्म करना है। इस मौके पर प्रधानमंत्री देश में विकसित इंडोर सोलर कुकिंग सिस्टम को भी लॉन्च करेंगे। इससे लोगों को कुकिंग के लिए लो-कार्बन और सस्ता विकल्प मिलेगा। इसे इंडियन ऑयल की आरएंडडी विंग ने विकसित किया है। यह मॉडर्न इंडक्शन कुकटॉप की तरह है। यह सोलर के साथ-साथ ग्रिड पावर पर भी ऑपरेट करता है।