नई दिल्ली: तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप में 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। 2000 से ज्यादा इमारतें धराशायी हो चुकी हैं। तुर्की की मदद के लिए भारत से भी NDRF की टीमें रवाना हो चुकी हैं। ऐसे समय में भूकंप से ठीक पहले का एक वीडियो सामने आया है। जी हां, तुर्की में आए जलजले से ठीक पहले पक्षी आसमान में बेचैन दिखाई दे रहे हैं। वीडियो पर ध्यान दीजिए तो उनकी चहचहाट साफ सुनाई देती है। दरअसल पक्षियों-कुत्तों, सापों जैसे बेजुबानों को भूकंप जैसी आपदा की आहट पहले ही मिल जाती है। अफसोस कि उस समय सभी लोग सो रहे थे, कोई कुछ समझ पाता तब तक अनहोनी घट चुकी थी। कुछ साल पहले सांप और अजगरों पर की गई स्टडी के दौरान पता चला था कि वे भूकंप से पहले ही वो इलाका छोड़ चुके थे।
‘जंगल न्यूज’ में आप पहले ही पढ़ चुके हैं कि कैसे पिछले दिनों नोएडा-ग्रेटर नोएडा में भूकंप से पहले कुत्ते भौंकने लगे थे। ठीक उसी तरह तुर्की का यह वीडियो बहुत कुछ बताता है। 45 सेकेंड का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। आईएफएस अधिकारी प्रवीण कासवान ने लिखा है कि यह प्रकृति का अर्ली वॉर्निंग सिस्टम है। हम इसका इस्तेमाल करना नहीं जानते हैं।
वीडियो में पक्षी शोर मचाते हुए आसमान में व्याकुल दिखाई देते हैं। एक सीन में वे एक पेड़ पर झुंड में बैठे भी दिखते हैं। तड़के 4.17 बजे तुर्की में भूकंप आया, शायद उस समय किसी की नींद खुल गई थी और उसने पक्षियों के इस रवैये का वीडियो अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया। भूकंप से पूरा तुर्की तबाह हो गया है। वहां 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।
भारत के उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी पक्षियों का यह वीडियो शेयर किया है। उन्होंने लिखा, ‘प्रकृति का अलार्म सिस्टम। हम इसे सुनने और समझने के लिए ठीक से प्रकृति से कनेक्ट नहीं हो पाए हैं।’
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