प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री नीरज मंडलोई ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 के संबंध में सभी नगर निगम आयुक्तों को निर्देशित किया कि सूचना, शिक्षा एवं संचार गतिविधियों का बेहतर उपयोग करें। गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग में सुधार करें। ठोस एवं तरल अपशिष्ट के उचित प्रबंधन पर जोर दें। श्री मंडलोई नगर निगम आयुक्तों के साथ बैठक में योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।
प्रमुख सचिव श्री मंडलोई ने कहा कि अमृत के पहले चरण में पूरे हो चुके कार्यों का भुगतान जल्द करें। जियोग्राफिक इन्फार्मेशन सिस्टम (जीआईएस) की शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है। इसका समुचित उपयोग करें। उन्होंने अनाधिकृत कॉलोनियों में नागरिक अधो-संरचना और भवन अनुज्ञा देने के निर्देश दिये। संजीवनी क्लीनिक के भवनों का निर्माण जल्द पूरा कर स्वास्थ्य विभाग को सौंपने के निर्देश दिये। श्री मंडलोई ने कहा कि अनुपयोगी भूमि के उपयोग के लिये रि-डेव्हलपमेंट और रि-डेंसीफिकेशन की योजना बनायें। उन्होंने नगर निगम आयुक्तों से वन-टू-वन चर्चा कर उनकी समस्याएँ और उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली।
आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री भरत यादव ने कहा कि अमृत-2 के तहत बनाई जा रही परियोजनाओं के डीपीआर में जन-प्रतिनिधियों का भी सुझाव लें। निर्वाचित प्रतिनिधियों के सहयोग से राजस्व वसूली में तेजी लायें। बैठक में स्मार्ट सिटी के कार्यों की भी समीक्षा की गई।
इस दौरान अपर आयुक्त श्रीमती रुचिका चौहान, श्री अवधेश शर्मा, श्री गजेन्द्र नागेश, नगर निगमों के आयुक्त और स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे।