जिले के प्रसिद्ध शिवधाम कुंडेश्वर में शिव पार्वती विवाह महोत्सव शुरू हो गया है। गुरुवार रात भगवान भोलेनाथ को तेल चढ़ाया गया। आज शाम भोलेनाथ को हल्दी चढ़ेगी और मंडप सजाया जाएगा। 18 फरवरी को गाजे-बाजे के साथ भगवान शंकर की बारात निकलेगी।
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर जिले के प्रमुख मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। गुरुवार रात महावीर कॉलोनी स्थित चंद्रमौलेश्वर मंदिर, महेंद्र सागर तालाब स्थित प्रतापेश्वर मंदिर, नजरबाग मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भगवान शंकर को तेल चढ़ाया गया।
नजरबाग मंदिर के पुजारी सुरेंद्र मोहन द्विवेदी ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी मंदिर में पांच दिवसीय शिव पार्वती विवाह महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। आज भगवान का मंडप सजेगा और हल्दी की रस्म पूरी होगी।
इस मौके पर मंडप भोज और महिला संगीत का आयोजन होगा। 18 फरवरी को गाजे-बाजे के साथ भगवान शंकर की बारात निकाली जाएगी। नगर भ्रमण के बाद मंदिर में बारात का समापन होगा। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की रस्में पूरी होंगी। उन्होंने बताया कि 19 फरवरी को सत्यनारायण कथा के साथ विवाह महोत्सव का समापन होगा।
मंदिरों में हुई आकर्षक साज-सज्जा
कुंडेश्वर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नंदकिशोर दीक्षित ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में मंदिर में विशेष साज-सज्जा की गई है। शिव पार्वती विवाह महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर तीन दिवसीय मेला लगेगा। उन्होंने बताया कि आज शाम 5 बजे भगवान शंकर को हल्दी चढ़ाई जाएगी।