भोले की नगरी में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर ज्योतिर्लिंग मंदिर ट्रस्ट द्वारा तैयारी कर ली गई है। हर साल की तरह तड़के 4 बजे दर्शनार्थियों के लिए पट खोल दिए जाएंगे। साल में एक दिन महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर 24 घंटे खुला रहता है। दोपहर में भोग आरती के लिए कुछ समय पट बंद किए जाते हैं। महापर्व के दिन शनिवार को मंदिर परिसर को फूलमालाओं से सजाया जाएगा। शिखर पर विद्युत रोशनी भी की जाएगी।
मंदिर ट्रस्ट के सहायक कार्यपालन अधिकारी अशोक महाजन तथा व्यवस्थापक आशीष दीक्षित ने बताया महाशिवरात्रि पर्व पर भीड़ को देखते हुए नंदी हाल में जल पात्र लगाया जाएगा। श्रद्धालु पात्र में जल डाल सकेंगे जो ज्योतिर्लिंग तक पहुंचेगा। फूल प्रसादी भी बाहर ही रखना होगा। श्रद्धालु लाइन में जाकर ज्योतिर्लिंग दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर प्रशासन के साथ बैठक भी हो रही है। शेष और इधर, शिव महापुराण कथा में बाटेंगे 11 हजार रुद्राक्ष व्यवस्थाएं हर साल की तरह रहेंगी। महाशिवरात्रि के अगले दिन रविवार अवकाश तथा सोमवार को सोमवती अमावस्या होने से तीन दिन तक अत्यधिक भीड़ रहने की संभावना है। नगर परिषद व पुलिस प्रशासन भी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने में जुट गया है। ज्योतिर्लिंग मंदिर के अलावा नगर के अन्य मंदिरों में भी पर्व को लेकर तैयारी की जा रही है। जगह-जगह सामाजिक संस्थाओं द्वारा फलाहारी भंडारे आयोजित किए जाएंगे।
– तीर्थनगरी में शिवरात्रि पर अन्य आयोजन
1. महानिर्वाणी अखाड़े के महंत कैलाश भारती के मार्गदर्शन में ढोल-ढमाकों के साथ दोपहर 4 बजे भोले की शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें सैकड़ों संत भाग लेंगे।
2. अन्नपूर्णा आश्रम स्वामी सच्चिदानंद गिरी महाराज ने बताया मंदिर में अभिषेक पूजन किया जाएगा। इंदौर के भक्तों के द्वारा हर साल की तरह फलाहारी भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
3. माण्डेश्वर महादेव मंदिर में वैदिक ब्राह्मणों द्वारा महारुद्राभिषेक व आरती पूजन किया जाएगा।
– पांच दिनी मेला शुरू…
महाशिरात्रि पर तीर्थनगरी में पांच दिनी मेला आयोजित किया जाता है। यह मेला 16 से शुरू हो चुका है, जो 20 फरवरी तक रहेगा। मेले का समापन अमावस्या के दिन होगा।
– पुराने पुल से आवागमन, वीआईपी दर्शन, नौका संचालन पर रोक
नया झूला बंद रहने के बाद महाशिवरात्रि पर्व पर तीर्थायात्रियों को मंदिर तक पहुंचाने की कार्ययोजना प्रशासन ने तैयार की है। श्रद्धालुओं के लिए पुराना पुल ही एकमात्र रास्ता है। पुल के मुहाने पर जेपी चौक पर बेडिकेडिंग कर भीड़ नियंत्रित की जाएगी। सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को पुल से मंदिर के लिए रवाना किया जाएगा। मंदिर के अंदर की व्यवस्थाएं पूर्ववत ही रहेगी। वीआईपी दर्शन तथा नर्मदा में नौका संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया है।