इंदौर के चंदन नगर में करीब 116 लोगों से लाखों रुपए की ठगी कर फरार आरोपी को अब चंदन नगर पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर इंदौर लेकर आई है। पांच माह पहले देपालपुर में मारपीट के मामले से छूटते ही सारंगपुर पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। जिसके बाद से आरोपी सारंगपुर की जेल में था। वह लोगों को हज (उमरा) के फर्जी ऑफिस बनाकर देशभर के लोगों के साथ ठगी की वारदात कर चुका है।
एसआई विशाल यादव के मुताबिक आरोपी का नाम अब्दुल मलिक है। इंदौर के लोगों से उमरा भेजने के नाम पर करीब 77 लाख से अधिक की ठगी का आरोप है। आरोपी को करीब पांच माह पहले सारंगपुर पुलिस ने पकड़ा था। जिसे अब पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर इंदौर लेकर आया गया है। मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले जहूर अहमद ने मलिक के खिलाफ सबसे पहले केस दर्ज कराया है। इसके बाद से ही इंदौर पुलिस को उसकी तलाश थी।
धार रोड पर खोला था ऑफिस
अब्दुल मलिक ने 2020 की शुरुआत में अल मलिक हज उमरा के नाम से कंपनी डाली थी। हज कराने के नाम पर हर व्यक्ति से तीन लाख छह हजार रुपए लिए थे। कोरोना काल में सरकार ने हज यात्रा पर रोक लगा दी थी। इस पर मलिक ने सभी को यात्रा प्रतिबंध हटने का इंतजार करने और हज यात्रा फिर से शुरू होने पर सभी को उमरा के लिए भेजने का आश्वासन दिया था।
छह माह पहले हुआ फरार
करीब छह माह पहले अब्दुल मलिक फरार हो गया था। पहले उसने लोगों के मोबाइल उठाना बंद कर दिए थे। इसके बाद एक दिन ऑफिस बंद कर वह फरार हो गया। लोगों को जब इस बात की जानकारी लगी तो वह थाने पहुंचे और मलिक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवा दिया।
ऐसे हुआ था ठगी का खुलासा
करीब छह माह पहले सितम्बर में अल मलिक ने सभी को बस और ट्रेन से मुंबई पहुंचने के लिए कहा। इस्लामिक रिवाज के मुताबिक हज और उमरा जाने वाले यात्रियों के रिश्तेदार-स्वजन ने सामूहिक दावत दी। विदाई देने के लिए दूर-दूर से रिश्तेदारों को बुलाया गया। उन्हें नए कपड़े भेंट किए। ढोल-ढमाके के साथ रेलवे स्टेशन तक छोड़ने गए। विदा होते वक्त गले लगकर भावुक भी हुए।
जब मुंबई पहुंचे तो पता चला एजेंट अब्दुल मलिक का मोबाइल ही बंद है। रातभर इंतजार के बाद भी यात्रियों के वीजा और पासपोर्ट नहीं पहुंचे। वहां इंदौर के यात्रियों को पता चला कि भोपाल, राजगढ़, सारंगपुर, रायसेन, सिहोर के सैकड़ों यात्रियों को भी आरोपी ने करोड़ों रुपए की चपत लगाई है।
खुद को देपालपुर में करवा लिया बंद
ठगाए लोगों ने बताया कि अब्दुल मलिक काफी शातिर है। ठगी करने के बाद उसने मारपीट के एक मामले में सरेंडर कर खुद को देपालपुर जेल में बंद करवा लिया। यहां से जमानत नहीं ली और भागने की फिराक में था। सारंगपुर पुलिस यहां पहुंची थी और उसे इंदौर पुलिस के उठाने के पहले ही हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई। इसके बाद से आरोपी जेल में बंद है। चंदन नगर पुलिस के मुताबिक इंदौर में लोगों से ठगी के रुपए का क्या किया और उसके साथ इस काम में कौन लोग शामिल हैं इस मामले में पूछताछ की जाएगी।