वॉशिंगटन: कोरोना वायरस को लेकर लंबे समय से कहा जाता रहा है कि ये चीन की एक लैब से निकला है। लेकिन अब इसे लेकर अमेरिका की एक नई रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 के ऊर्जा विभाग के अध्ययन में कहा गया है कि संभवतः वायरस चीन की लैब से ही निकला है। हालांकि इसमें कहा गया कि ये एक हथियार प्रोग्राम का हिस्सा नहीं था। यानी कि इस वायरस का इस्तेमाल एक हथियार को बनाने में नहीं किया जा रहा था।
कोरोना से दुनियाभर में 70 लाख की मौत
कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर दो परस्पर विरोधी थ्योरी हैं। पहला कि यह एक अज्ञात जानवर के मनुष्यों में पहुंचा है और दूसरा कि यह वुहान में चीन की रिसर्च लैब से लीक हुआ है। कोरोना वायरस चीन में सबसे पहली बार देखने को मिला है। इसके बाद 2020 की शुरुआत में लगभग यह पूरी दुनिया में फैल गया था। WHO के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण दुनिया में अब तक 70 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कारण ही पूरी दुनिया में सप्लाई चेन बाधित हुई है।
एजेंसियां नहीं पहुंचीं किसी निर्णय पर
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुद्दे का इस्तेमाल राजनीतिक तौर पर भी किया। उन्होंने पूरी दुनिया में कोरोना वायरस को चायना वायरस बताया। ऊर्जा विभाग की रिपोर्ट चार अन्य अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के विपरीत हैं। दो एजेंसियों ने अपने निष्कर्ष में कहा था कि महामारी एक संक्रमित जानवर से प्रकृति में फैली है। वहीं, दो एजेंसियां किसी भी निर्णय पर नहीं पहुंची थीं। CIA अभी यह निर्णय नहीं दे सकी है कि क्या यह वायरस प्राकृतिक रूप से फैला है या लीक हुआ है।