नई दिल्ली: रोज की तरह दफ्तर के लिए भागा दौड़ी जारी थी। कंपनी में उछल-पुथल चल रही हैं, इसलिए काम का बोझ बढ़ा है। काम का लोड बढ गया है, डेडलाइन के भीतर टारगेट को पूरा करना है। सांस लेने तक की फुर्सत नहीं थी, लेकिन जैसे ही मैंने लैपटॉप खोलकर ऑफिस आईडी लॉगइन करना चाहा, Access Denied का मैसेज स्क्रीन पर आने लगा। थोड़ी हैरान हुई। छंटनी की खबरें तो पहले से गर्म थी ,डर तो लग ही रहा था, लेकिन हिम्मत बांधी, खुद को समझाने की कोशिश की। फिर से लैपटॉप खोला एक्सेस करने की कोशिश की, लेकिन दोबारा से वहीं मैसेज स्क्रीन पर… अब लगने लगा कि मेरा नंबर आ चुका है।
कड़ी मेहनत मेरी सबसे बड़ी भूल
दिमाग कह रहा था कि शायद अब दोबारा उस दफ्तर में जाना नहीं होगा, लेकिन दिल नहीं मान रहा था। माने भी कैसे, क्योंकि मैंने उस कंपनी को सालों दिए हैं। रातभर जागकर डेडलाइन पूरी की है। मेरी तो तस्वीर भी वायरल हो गई थी। काम के डेडलाइन को पूरा करने के लिए ऑफिस के दफ्तर में फर्श पर जो सोना पड़ा था। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। मैं तो बस अपना टास्क पूरा करना चाहती थी। काम करते-करते देर हो गई तो वहीं फर्श पर स्लीपिंग बैग डालकर सो गई। लोगों ने काम को लेकर ईमानदारी की तारीफ भी की। लेकिन आज उसका नतीजा देखकर आहत हूं। ऑफिस के काम के लिए मेरी जिम्मेदारी मेरी सबसे बड़ी भूल साबित हुई। मैंने अपना खून-पसीना कंपनी को दिया, लेकिन सब बेकार। अब ट्विटर 2.0 से मुझे जाते हुए देख सबसे बुरा ये लग रहा है कि मेरी कड़ी मेहनत एक गलती थी… इतने शोर और बवाल के बीच बनने वाली टीम पर मुझे गर्व है।
ट्विटर के फर्श पर सोते हुए तस्वीर हुई थी वायरल
एस्थर क्रॉफर्ड ट्विटर पेमेंट्स की चीफ एग्जीक्यूटिव थीं। उनके पास बड़ी जिम्मेदारियां थीं। एस्थर के पास ट्विटर के पेड ब्लू टिक सब्स्क्रिप्शन सर्विस की जिम्मेदारी थी। वो स्क्रीन-शेयरिंग और वीडियो चैट ऐप स्क्वाड की भी सीईओ थीं। साल 2020 में ट्विटर में स्क्वाड का अधिग्रहित कर लिया था। एस्थर अब उन 200 कर्मचारियों में शामिल हो गई है, जिसे ट्विटर ने नौकरी से बाहर कर दिया है। आपको बता दें कि एस्थर की की एक तस्नीर साल 2022 में खूब वायरल हुई थी, जिसमें वोऑफिस के फर्श पर ही सोती नज़र आई थीं। गौरतलब है कि ट्विटर ने हाल ही में 200 लोगों की छंटनी कर दी है। केवल ट्विटर ही नहीं बल्कि ग्लोबल स्तर पर बड़ी कंपनियां छंटनी कर रही है। गूगल, फेसबुक, अमेजन जैसी बड़ी कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। हैरानी तो तब होती है, जब बिना किसी पूर्व जानकारी के कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया जाता है।