आबकारी टीम ने फिल्मी स्टाइल में बावड़िया कलां के एस ऑफ क्लब्स पर दबिश देते हुए विदेशी अवैध शराब का बड़ा जखीरा पकड़ा। ग्राहक बनकर ऑर्डर भी दिया। फिर शराब परोसे जाते ही 15 सदस्यीय टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी। यह देख मैनेजर समेत 25 कर्मचारियों वाला स्टाफ और ग्राहक यहां-वहां भागते नजर आए। मैनेजर ने पहले तो राजनीतिक रौब दिखाते हुए बचने की कोशिश की, लेकिन बाद में अकड़ खत्म हो गई।
टीम ने मैनेजर को गिरफ्तार कर दो लाख रुपए से अधिक कीमत की अवैध शराब जब्त की। जब्त शराब का ब्रांड दुकानों में उपलब्ध ब्रांड से ज्यादा मंहगा निकला। नियंत्रण कक्ष प्रभारी सजेंद्र मोरी ने बताया कि सहायक आयुक्त आबकारी राकेश कुर्मी के निर्देश पर बुधवार रात बावड़िया कलां स्थित एस ऑफ क्लब पर कार्रवाई की। तीन-तीन के ग्रुप में 15 सदस्यीय टीम बनाई गई। टीम वहां बिट्टन मार्केट और शाहपुरा समेत तीन इलाकों में अलग-अलग जांच करते हुए पहुंची थी। मौके से हाई रेंज की 60 बॉटल शराब और 56 बॉटल बियर जब्त की गई। इस मामले में जोविन ज्योति श्रीधरन को मौके से गिरफ्तार किया। जानकारी मिली है कि क्लब का मालिक कोई चौकसे हैं, लेकिन उनकी जानकारी नहीं मिल पाई है। जब्त शराब में कुछ ब्रांड की एक-एक बोतल 5 हजार रुपए से ज्यादा की निकली।
इस कारण हुई कार्रवाई
मोरी ने बताया कि क्लब का 21 फरवरी का लाइसेंस था। उसने एक ही दिन का लाइसेंस लिया था। लाइसेंस के नियम अनुसार उसे पास की ही दुकान से शराब खरीदने की अनुमति दी गई थी। जानकारी मिली रही थी कि वहां पर बिना अनुमति शराब बेची जा रही है। कार्रवाई के दौरान कागजात की जांच की गई, लेकिन आरोपी मैनेजर लाइसेंस संबंधी कोई कागजात नहीं दे पाया। नियमानुसार लाइसेंस के दिन शराब बिक्री होने के बाद जो भी शराब बचती है, उसे संबंधित दुकान में जमा करना होता है। आरोपी क्लब मैनेजर ने शराब तो जमा की नहीं, बल्कि बिना अनुमति के ही शराब परोस रहा था।