‘शार्क टैंक इंडिया 2’ के नए एपिसोड में शार्क नए बिजनेसमैन के शो में आने और उनके नए आइडियाज के साथ उनके दिमाग को देखने के लिए तैयार हैं। पहले बिजनेसमैन ने अपने बिना तेल और पानी के कुकवेयर के साथ शो में आते हैं, जो भारत में सभी महिलाओं के लिए खाना पकाने का एक नया तरीका है और यह 50% गैस की बचत भी करता है। रसोई के बर्तन में आप इडली, डोसा, हलवा, चपाती आदि बना सकते हैं, उसी किचनएड में बनाया जा सकता है। इस पर बातों के साथ ही शार्क नमिता सिंह ने अपनी जिंदगी में हुई एक घटना का भी खुलासा किया।
नमिता थापर से जुड़ा है ये कनेक्शन
दूसरे बिजनेसमैन आते हैं और शार्क के सामने अपनी पिच पेश करते हैं। विक्रम राजपूत, सोहन साहू और चंदन प्रसाद बांझपन के बारे में बात करते हैं और कैसे यह समाज में एक टैबू बन गया है और कोई भी इसके बारे में खुलकर बात नहीं करता है। वे अपनी पिच में एक कहानी शेयर करते हैं और अपने आईयूआई होम किट का खुलासा करते हैं जहां ये बांझ जोड़े बिना अस्पताल जाए घर पर इस जांच को आजमा सकते हैं।
नमिता थापर की प्रेग्नेंसी और वो दर्द
उनकी पिच को सुनने के बाद नमिता ने अपनी कहानी शेयर की कि कैसे वह दूसरी बार प्रेंग्नेंट नहीं हो पाईं। उन्होंने कहा, ‘मेरे मामले में जब मैं 28 साल की थी तो मैं प्रेग्नेंट होना चाहती थी और 2 महीने में मैंने गर्भधारण किया और उसके बाद नॉर्मल डिलेवरी हुई। 3 से 4 साल तक मैंने कोशिश की और मैं प्रेग्नेंट नहीं हो सकी। मैं बांझपन के 2 उपायों और उन 25 इंजेक्शनों और भावनात्मक और शारीरिक दर्द से गुजरी हूं। यहां तक कि वर्जित चीजें जो आपके पैरों को ऊपर रखती हैं, आपके पैरों को पार करती हैं और मेरे पास पहले से ही बच्चे हैं लेकिन उन माता-पिता की कल्पना करें जिनके बच्चे नहीं हैं। दो कोशिशों के बाद मैंने हार मान ली और कहा कि मैं एक बच्चे के साथ खुश हूं। लेकिन तभी एक चमत्कार हुआ और मैं प्रेग्नेंट हो गई। जाहिर तौर पर, 10 साल तक मैं इसके बारे में अपने Youtube चैनल पर भी बात नहीं कर सकी।’
शार्क्स ने नहीं दिखाई दिलचस्पी
अनुपम, विनीता और नमिता का कहना है कि यह अभी ये डील निवेश के लायक नहीं है और यही कारण है कि उनकी बिक्री अभी तक 1% तक भी नहीं पहुंची है लेकिन पीयूष बंसल ने एक शर्त की पेशकश की और 20% इक्विटी के लिए 50 लाख रुपये दिए।