नई दिल्ली:राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखा है। इसमें कथित रूप से ‘नाबालिग की तस्वीर’ ट्विटर पर साझा करने को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत और आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा तथा आतिशी के खिलाफ जांच और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है। आयोग ने आरोप लगाया कि ‘राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने’ के लिए ये तस्वीरें साझा की गईं। पत्र के मुताबिक, आयोग ने यह भी पाया कि नेताओं द्वारा कथित रूप से तस्वीर साझा करने का उद्देश्य मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई द्वारा जारी जांच से ध्यान भटकाना था। राउत और चड्ढा राज्यसभा सदस्य हैं जबकि आतिशी दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की विधायक हैं।
आयोग ने दिल्ली पुलिस से किशोर न्याय कानून के तहत उचित कार्रवाई करने को कहा है।
आतिशी के मामले में आयोग ने कहा है कि ‘बच्चों की सहमति के बिना उनकी तस्वीरों को साझा करने और इनका उपयोग करके अपने व्यक्तिगत एजेंडे को बढ़ाने के वास्ते अपने पद और शक्ति का दुरुपयोग करने’ के लिए आतिशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।