नई दिल्ली: अगर आपका बैंक से संबंधित कोई जरूरी काम है तो उसे फटाफट निपटा लीजिए। इस सप्ताह होली और अन्य त्योहारों के चलते बैंक कई दिन बंद (Holi Bank Holidays 2023) रहने वाले हैं। ऐसे में आपका जरूरी काम अटक सकता है। वहीं बैंकों में छुट्टियों के बीच एटीएम में भी कैश की किल्लत हो सकती है। ऐसे में एटीएम से कैश भी पहले ही निकाल के रख लें। जिससे आपको किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। आपको बता दें आने वाले आठ दिनों में छह दिन बैंक बंद रहने वाले हैं। इसमें अलग-अलग राज्यों और जोन में बैंक सात मार्च से 9 मार्च तक लगातार तीन दिन होली (Holi Bank Holidays 2023) की वजह से बंद रहेंगे। आपको कैश की दिक्कत का सामना ना करना पड़े, इसके लिए पहले से ही इंतजाम कर लीजिए। पूरे मार्च माह में 12 दिन बैंकों में छुट्टी रहेगी। इसको लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने मार्च 2023 के लिए बैंक अवकाश की लिस्ट जारी कर दी है। विभिन्न त्योहारों, दूसरे और चौथे शनिवार और चार रविवार को मिलाकर मार्च में कुल 12 छुट्टियां पड़ रही हैं। बैंक हर महीने के पहले और तीसरे शनिवार को खुलते हैं, जबकि दूसरे और चौथे शनिवार को बैंकों का अवकाश होता है।
आठ राज्यों में 7 मार्च को बैंक बंद
अगले आठ दिनों में यानी पांच मार्च से 12 मार्च तक कुल छह दिन बैंक बंद रहेंगे। पांच मार्च को रविवार के चलते बैंक पूरे भारत में बंद रहेंगे। सात, आठ और नौ मार्च को होली के त्योहार पर बैंकों में अवकाश रहेगा। जबकि 11 मार्च को दूसरे शनिवार की छुट्टी और 12 मार्च को रविवार की छुट्टी रहेगी। राज्य और स्थानीय छुट्टियों के आधार पर बैंक की छुट्टी अलग-अलग होती है। इस सप्ताह बैंक केवल छह मार्च और 10 मार्च को ही बैंक खुलेंगे। हालांकि बैंकों में ऑनलाइन सेवाएं चालू रहेंगी। आरबीआई के बैंकिंग कैलेडर के मुताबिक, होलिका दहन के मौके पर कुछ राज्यों में 7 मार्च, 2023 (मंगलवार) को बैंक बंद रहेंगे। इसमें उत्तराखंड का देहरादून, गुवाहाटी, हैदराबाद, राजस्थान का जयपुर, जम्मू, यूपी का कानपुर और लखनऊ, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, पणजी, रांची और श्रीनगर शामिल है।
हफ्ते में दो दिन बंद रह सकते हैं बैंक
बैंक कर्मचारियों को भी हफ्ते में दो दिन छुट्टी मिल सकती है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय बैंक संघ (IBA) और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक एम्प्लॉइज के बीच हफ्ते में 5 दिन की वर्किंग को लेकर बातचीत चल रही है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर ऐसा होता है तो कर्मचारियों के बाकी दिन के कामकाजी घंटों में 40 मिनट की बढ़ोतरी की जा सकती है।