नई दिल्ली : भारतीय नौसेना ने रविवार को अरब सागर में ब्रह्मोस सुपरसोनिक प्रक्षेपास्त्र के पोत से प्रक्षेपित किए जाने वाले संस्करण का सफल परीक्षण किया।अधिकारियों ने बताया कि जिस प्रक्षेपास्त्र का परीक्षण किया गया उसमें स्वदेशी ‘सीकर एंड बूस्टर’ लगे थे।
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, ‘भारतीय नौसेना ने डीआरडीओ की तरफ से डिजाइन किए गए स्वदेशी ‘सीकर और बूस्टर’ के साथ पोत से प्रक्षेपित किए गए ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र ने अरब सागर में स्थित लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया, जिससे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता मजबूत हुई है।’
इंडियन नेवी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि अरब सागर में नेवी के एक जहाज से ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण हुआ है। इससे आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता और मजबूत हुई है। मिसाइल को कोलकाता-क्लास गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर युद्धपोत से प्रक्षेपित किया गया।
भारतीय-रूसी संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करता है, जिसे पनडुब्बियों, पोत, विमानों या भूमि स्थित मंचों से प्रक्षेपित किया जा सकता है।
ब्रह्मोस मिसाइल 2.8 मैक या ध्वनि की गति से लगभग तीन गुनी रफ्तार से लक्ष्य की तरफ जाती है। सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के पोत रोधी संस्करण का पिछले साल अप्रैल में भारतीय नौसेना और अंडमान निकोबार कमान की तरफ से संयुक्त रूप से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था।