पीठ दर्द के वर्षों पुराने मर्ज से पीड़ित मरीजों के लिए अब जल्द ही एम्स में सटीक उपचार की व्यवस्था होने जा रही है। इसके तहत यहां आरटीएमएस (रिपिटेटिव ट्रांसक्रानियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन) पद्धति से इलाज किया जाएगा। बताया गया है कि विज्ञान और अनुसंधान बोर्ड ने एम्स को हाई एंड आरटीएमएस उपकरण उपलब्ध कराए हैं। इन उपकरणों को फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट में इंस्टाॅल करने का काम जल्द शुरू किया जाएगा।
सबसे पहले इन उपकरणों की मदद से पीठ दर्द के उन मरीजों का इलाज किया जाएगा जो पारंपरिक इलाज से ठीक नहीं हो रहे हैं। इलाज के साथ रिसर्च वर्क भी किया जाएगा। यही नहीं, न्यूरोलॉजिकल मामलों जैसे स्ट्रोक, पार्किंसंस माइग्रेन, टिनिटस और न्यूरोपैथिक दर्द, अवसाद, चिंता, व्यवहार संबंधी परेशानी और बाइपोलर जैसी मानसिक बीमारियों से पीड़ित मरीजों के इलाज में भी इन उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। दावा किया गया है कि एम्स दिल्ली के बाद यह अपनी तरह का पहला लैब सेटअप और उपकरण हैं।