इस्लामाबाद: पाकिस्तान के लगातार गिरते विदेशी मुद्रा भंडार के कारण अब यहां की तेल कंपनियां क्रूड ऑयल के लिए तरस रही हैं। पाकिस्तान का केंद्रीय बैंक विदेशी पेमेंट तेजी से नहीं कर पा रहा है, जिसके कारण तेल कंपनियां कच्चा माल आयात नहीं कर पा रही हैं। पाकिस्तान की तेल कंपनियों ने अब आगे आकर शहबाज सरकार को आने वाले संकट को लेकर चेतावनी दी है। तीन दर्जन से ज्यादा प्रमुख ऑयल कंपनियों वाले तेल कंपनी सलाहकार परिषद (OCAC) ने पहले से ही नाजुक सप्लाई चेन में एक बड़ी समस्या आने की चेतावनी दी है।
कच्चा माल आयात करने में हो रही दिक्कत
हाल ही में डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए में तेजी से गिरावट देखी गई है। इस कारण मौजूदा लाइन ऑफ क्रेडिट इंडस्ट्री के लिए अपर्याप्त हो गए हैं। इससे इंडस्ट्री को कच्चा माल आयात करने में बाधा आ सकती है। तेल उद्योग ने शहबाज सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया है कि बैंकिंग क्षेत्र तेल कंपनियों और रिफाइनरियों को सुविधा दे, ताकि वह तेल की बढ़ती कीमतों और गिरते रुपए को मैनेज कर सकें।
उद्योग पतन की कगार पर
OCAC ने आगे कहा कि उद्योग पतन की कगार पर है। इस साल की शुरुआत में कुछ क्षेत्रों में ईंधन की कमी का उदाहरण उद्योग की नाजुक स्थिति को दिखाता है, जिसके लिए तत्काल हस्तक्षेप की जरूरत है। पाकिस्तान में OCAC का यह पत्र संकट को साफ-साफ दिखाता है। लेकिन पाकिस्तान के सेना प्रमुख के मुताबिक सब कुछ ठीक है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने देश के टॉप 10 उद्योगपतियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि देश का बुरा वक्त जा चुका है और डिफॉल्ट होने की संभावना खत्म हो चुकी है। जनरल मुनीर ने क्या कहा है वह पूरी बात आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं।