मेलबर्न/वॉशिंगटन: प्रशांत महासागर से लेकर हिंद महासागर तक चीन की बढ़ती दादागिरी से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलिया अमेरिका से 5 परमाणु पनडुब्बियां खरीदने जा रहा है। बताया जा रहा है कि ये परमाणु पनडुब्बियां वर्जिनिया क्लास की हैं। परमाणु ऊर्जा से चलने वाली ये किलर पनडुब्बियां साल 2030 तक ऑस्ट्रेलिया की नौसेना में शामिल हो जाएंगी। ये परमाणु पनडुब्बियां पिछले दिनों हुए ऑकस डील के तहत खरीदी जा रही हैं। इस पनडुब्बी में अमेरिका के साथ साथ ब्रिटेन की तकनीक भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल की जाएगी।
ब्रिटेन के डिजाइन पर आधारित होंगी पनडुब्बियां
ऑकस डील का उद्देश्य चीन की बढ़ती ताकत और क्षेत्र में आक्रामकता पर लगाम लगाना था। इस डील के बाद चीन और ऑकस देशों के बीच तनाव काफी गहरा गया था। चीन इस पूरे सैन्य डील को खुद को घेरने की साजिश के रूप में देख रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अमेरिका साल 2027 तक अपनी कुछ सबमरीन को पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में तैनात करेगा। इसके बाद साल 2030 की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया 3 वर्जीनिया क्लास की सबमरीन को खरीदेगा और उसके पास दो और पनडुब्बियों को खरीदने का विकल्प होगा।