देवास
कोविडकाल के बाद पहली बार रिकार्डतोड़ भक्त टेकरी पर मां के दरबार में दर्शन करने पहुंचे। इस बार भक्तों ने दिल खोलकर मातारानी के दरबार में दान चढ़ाया। शुक्रवार को माता टेकरी पर दान पेटियां खोली गईं। छोटी माता मां चामुंडा और बड़ी माता मां तुलजा भवानी मंदिर की करीब 25 से ज्यादा दान पेटियां पहले दिन खोली गईं। दान राशि को गिनने के लिए करीब 125 से ज्यादा पटवारी और राजस्व अधिकारियों की टीम लगी।
सुबह 11 बजे दान राशि की गिनती तहसीलदार पूनम तोमर की उपस्थिति में शुरू हुई। दान पेटियों में विदेशी नोट और सिक्के निकले। 1000 का इंडोनेशिया का सिक्का और 100 रुपये के सुडान का नोट पेटियों से निकला। इसके अलावा कई छोटी चांदी व सोने ज्वेलरी निकली।
मां के लिए सोने का कांटा और बिछुड़ी भी दान की गई। कई भक्तों ने मन्नात और मां के कृपा बनाए रखने के लिए चिट्ठी लिखी। किसी ने पति के लिए नौकरी मांगी तो किसी ने मकान दिलवाने की अर्जी मां के दरबार में लगाई। वहीं दानपेटियों से नोटबंदी के दौरान बंद हुए 500-500 रुपये के नोट भी निकले। चढ़ावा ज्यादा होने से इस बार दो दिन राशि की गिनती चलेगी। पहले दिन 8 घंटे से ज्यादा समय तक अधिकारियों ने गिनती की थी।