रीवा जिले के बैकुंठपुर थाना अंतर्गत कचूर गांव में एक किसान की करंट लगने से मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक रविवार की सुबह 9 बजे युवक खेत घास लेने गया था। वहां गेहूं की फसल के बीच लगी अकरी घास को उखाड़ा। इसके बाद बोझा उठाते ही बिजली लाइन के संपर्क में आ गया। करंट का तेज झटका लगते ही किसान खेत में गिरकर मर गया।
जब किसान शाम तक घर नहीं लौटे तो परिजन अनहोनी की आशंका जाहिर करने गले। ऐसे में गांव वाले एकत्र होकर रात 9 बजे खेत गए। वहां देखा कि किसान मृत पड़ा है। गांव वालों ने तुरंत बैकुंठपुर पुलिस को सूचना दी। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। सोमवार की सुबह एफएसएल टीम की मौजूदगी में घटनास्थल की जांच कराई गई है।
ये है मामला
बैकुंठपुर थाना प्रभारी निरीक्षक आरके मिश्रा ने बताया कि मृतक किसान की शिनाख्त पुष्पेंद्र मिश्रा पुत्र बैजनाथ मिश्रा 33 वर्ष निवासी कचूर गांव के रूप में हुई है। परिजनों द्वारा हादसे की जानकारी 12 मार्च की रात 9 बजे दी गई। जिसके बाद घटनास्थल थाने का बल गया था। सुबह सीन ऑफ क्राइम मोबाइल यूनिट के प्रभारी डॉ. आरपी शुक्ला अपनी टीम के साथ आए है।
विद्युत विभाग की लापरवाही ने ली जान
ग्रामीणों का आरोप है कि कचूर गांव में कई जगह किसानों के खेतों में एलटी लाइन तीन फेस की जगह दो फेस है। कई बार शिकायतों के बाद भी नहीं सुना गया। ऐसे में किसान अपने तरीके से तीसरा फेस दो पोल में बना लिए थे। यही फेस की लाइन जमीन से महज 5 से 6 फीट की ऊंचाई पर थी। जिससे किसान घास का बोझा उठाते समय लाइन के संपर्क में आ गया।
तड़प तड़प कर मौत, हाथ की उंगलियां जली
पुलिस का मानना है कि बिजली लाइन की ऊंचाई जमीन से बहुत कम रही है। ऐसे में अकरी हरियार का बोझा उठाते ही एलटी लाइन टच हो गई। झटका लगते ही किसान गिर गया। सुबह से रात तक किसी ने खोज खबर नहीं ली। जिससे तड़प तड़प कर मौत हो गई है। सुबह जांच में पता चला है कि हाथ और उंगलियां करंट से जली है। जिससे तुरंत प्राण निकल गए।