इस्लामाबाद: पाकिस्तान की खराब आर्थिक स्थिति में उसकी मदद सिर्फ IMF का लोन कर सकता है। अगर आईएमएफ का लोन उसे नहीं मिलता है तो संभव है कि वह कर्ज वापसी ही न कर सके। बैंक ऑफ अमेरिका ने यह चेतावनी दी है। वहीं रिपोर्ट्स का यह भी कहना है कि पाकिस्तान IMF के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के करीब है। हालांकि बैंक ने यह भी कहा है कि चीन एक करीबी सहयोगी है जो पाकिस्तान की इस स्थिति में मदद कर सकता है। बैंक के विशेषज्ञों की टीम में शामिल अर्थशास्त्री कैथलीन ओह ने लिखा, ‘चीन पाकिस्तान का सबसे बड़ा लेनदार है, इसलिए वही सही मायने में मदद कर सकता है।’
तीन अरब डॉलर का चुकाना है कर्ज
पाकिस्तान स्टेट बैंक के गवर्नर जमील अहमद ने पिछले सप्ताह कहा था कि पाकिस्तान को जून तक तीन अरब डॉलर का कर्ज चुकाने की जरूरत है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन के इंडस्ट्रियल और कॉमर्शिल बैंक से मिला लोन पाकिस्तान पर दबाव को कम करने में मदद कर रहा है। वहीं, फिच रेटिंग एजेंसी ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में चेतावनी दी कि पाकिस्तान का डिफॉल्ट होना एक बड़ी संभावना है।
जल्द हो सकती है डील
फिच के निदेशक क्रिजनिस क्रस्टिन्स के मुताबिक पाकिस्तान के डिफॉल्ट होने की संभावना है, लेकिन यह 50 फीसदी से कम है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि पाकिस्तानी रुपया तेजी से अपना मूल्य खो रहा है। लेकिन अगर आईएमएफ से लोन न मिला तो आने वाले दिनों में इसमें और भी गिरावट दिख सकती है। हालांकि अमेरिका के राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है कि आईएमएफ से जल्द ही लोन मिल सकता है। पिछले सप्ताह वित्त मंत्री इशार डार ने भी इसकी उम्मीद जताई।