नई दिल्ली: क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसकी लोकप्रियता पूरे विश्व भर में है। सबसे पहली बार इस खेल की शुरुआत इंग्लैंड में हुई। इसके बाद बदलते हुए समय के साथ क्रिकेट में भी कई सारे बदलाव होते चले गए। अपने ऐतिहासिक विरासत के साथ मॉर्डन डे क्रिकेट में आधिकारिक रूप से कुल तीन फॉर्मेट में खेले जाते हैं। टेस्ट, वनडे और टी20। हालांकि टी10 और द 100 नाम से भी अलग-अलग तरह का प्रयोग जारी है लेकिन जो सबसे पुराना फॉर्मेट है उसकी बात ही अलग है। लाल गेंद से पांच दिनों तक खेले जाने वाले टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत आज ही के दिन 15 मार्च 1877 में हुई।
क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर 15 से 19 मार्च के बीच खेला गया। ऐसा नहीं है कि इससे पहले क्रिकेट मैच नहीं खेला गया था लेकिन आधिकारिक रूप से 1877 में खेले गए मेलबर्न के मुकाबले को टेस्ट का दर्जा दिया गया था और इसी दिन से इस लंबे फॉर्मेट की शुरुआत मानी जाती है।
क्रिकेट के इतिहास में खेले गए पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट ने इंग्लैंड को हराकर बाजी मारी थी। हालांकि जब यह मैच खेला गया तो दिन को निर्धारित नहीं किया गया था लेकिन दोनों टीमों के बीच खेला गया पहला टेस्ट मैच कुल पांच दिनों तक चला था। मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरी थी और पहली पारी में उसने 245 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में चार्ल्स बैनरमैन ने बेहतरीन 165 रनों की शतकीय पारी खेली थी।
इंग्लैंड 200 के भीतर हुई ऑल आउट
ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में बनाए 245 रनों के जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम सिर्फ 196 रन बनाकर ढेर हो गई थी। इंग्लैंड के लिए बल्लेबाजी में सबसे अधिक हैरी जप ने 63 रनों की पारी खेली थी। इसके अलावा हैरी चार्लवुड ने 36 और एलन हिल ने 35 रनों का योगदान दिया था।
ऑस्ट्रेलिया ने जीता मैच
पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम के पास 49 रनों की बढ़त मिली। हालांकि दूसरी पारी में उसकी बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही और पूरी 104 रन के स्कोर सिमट गई। इस तरह इंग्लैंड की टीम को जीत के लिए 154 रनों का लक्ष्य मिला लेकिन ऑस्ट्रेलिया की धारदार गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड एक बार फिर से लड़खड़ा गई और पूरी टीम 108 बनाकर ऑल आउट हो गई जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया की टीम 45 रन से मैच को अपने नाम कर लिया।