कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. के निर्देशन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती रेना जमील के मार्गदर्शन में जिला बलरामपुर-रामानुजगंज की स्व-सहायता समूह की महिलाओं को विभिन्न गतिविधियों से जोड़ कर उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में स्वच्छ भारत अभियान के तहत तातापानी दर्शनीय एवं धार्मिक स्थल में सामुदायिक स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए मीरा स्व-सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा स्वच्छता बैरियर का का संचालन किया जा रहा है।
स्वच्छता बैरियर जिले का पहला स्वच्छता बेरियर है, जो तातापानी धार्मिक एवं दर्शनीय स्थल को स्वच्छ रखने हेतु बनाया गया है। कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. की पहल पर बैरियर के संचालन की जिम्मेदारी मीरा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को दी गई है, इस स्वच्छता बैरियर का संचालन कर मीरा स्व-सहायता समूह की महिलाएं आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहीं हैं। बैरियर संचालन के साथ स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत संलग्न मीरा स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सतत् रूप से तातापानी धार्मिक स्थल के साथ ही गर्म जल के कुण्डों की भी साफ-सफाई की जाती है। इसके एवज में पर्यटकोें एवं श्रद्धालुओं से बैरियर में हीं स्वच्छता शुल्क के रूप में 10 से 20 रूपये की राशि बैरियर के माध्यम से की जाती है। स्वच्छाग्रही समूह की महिलाएं जहां एक ओर तातापानी परिसर की साफ-सफाई करती हैं वहीं दूसरी ओर पर्यटकांे एवं श्रद्धालुओं से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की सलाह भी देती हैं, तथा पर्यटकों द्वारा भोजन बनाने एवं भोजन करने वाले प्लास्टिक की प्लेटों, थाली, डिस्पोजल, कटोरी का उपयोग ना करते हुए पत्तल का उपयोग करने का निवेदन करती हैं। साथ ही उन्होंने दुकानदारों से प्लास्टिक की थैली में सामग्री देने के लिए प्रतिबंधित भी किया है। मीरा स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती विक्रांती देवी ने बताया कि कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. की पहल पर तातापानी में स्वच्छता बैरियर का संचालन कर दर्शनीय स्थल की साफ-सफाई करते हैं, तथा बैरियर के माध्यम से प्राप्त स्वच्छता शुल्क से हमारी अतिरिक्त आमदनी भी हो रही है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता बैरियर के प्रारंभ होने से हमें प्रतिदिन 800 से 900 की आमदनी प्राप्त हो जाती है। स्वच्छता बैरियर का शुभारंभ हुए महज 20 दिन हीं हुए हैं और हमें लगभग 15 हजार की आय प्राप्त हो चुकी है। इसके लिए हम मीरा स्व-सहायता समूह की महिलाएं कलेक्टर एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करती हैं।