नई दिल्ली: भयंकर आर्थिक संकट से परेशान पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि विदेशों से मिल मदद और राहत सामग्री भी चोरी हो रही है। दरअसल रूस ने पाकिस्तान की मौजूदा हालत पर तरस खाकर 40 हजार टन से ज्यादा गेहूं मदद के तौर पर दिया था। लेकिन यह गेहूं जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंचा बल्कि चोरी हो गया है। पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में सख्ती से ऐक्शन लेते हुए अपने 67 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही कारण बताओं नोटिस भी जारी किया है। इस नोटिस में अधिकारियों से पूछा गया है कि किसके इशारों पर गेहूं चोरी हुआ है, इसका जवाब दीजिए।
खाने की कमी से परेशान लोग सड़कों पर कर रहे प्रदर्शन
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, कथित तौर पर सिंध खाद्य विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से सिंध प्रांत के 10 जिलों में स्थित सरकारी गोदामों से लगभग 40,392 टन गेहूं चोरी हो गया है। रूस ने इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान को 50 हजार टन गेहूं की आपूर्ति की थी। पाकिस्तान में खाने की कमी को लेकर लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, कई लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। रूस ने मानवीय आधार पर पाकिस्तान को इतनी बड़ी राहत दी थी।पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार मास्को नौ मालवाहक जहाजों के माध्यम से पाकिस्तान को 450,000 टन गेहूं की आपूर्ति करने की योजना बना रहा है।
पाकिस्तान के इन जिलों के अधिकारियों पर गिरी गाज
द न्यूज अखबार के मुताबिक, गबन में कथित संलिप्तता के लिए जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है, उनमें 49 खाद्य पर्यवेक्षक और 18 खाद्य निरीक्षक शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि दादू, लरकाना, शहीद बेनजीराबाद, कंबर-शाहदादकोट, जैकोबाबाद, खैरपुर, सुक्कुर, घोटकी, संगर और मीरपुरखास जिलों में स्थित गोदामों से गेहूं की चोरी की गई थी। द डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस से गेहूं की आपूर्ति 31 मार्च तक पूरी हो जाएगी।