नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज महात्मा गांधी की समाधि पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ किया। राजघाट पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया।उन्होंने कहा कि ‘आपके प्रधानमंत्री गांधी परिवार के लिए कहते हैं कि ये नेहरू उपनाम का इस्तेमाल क्यों नहीं करते? आप पर तो कोई केस नहीं होता, आपकी सदस्यता रद्द नहीं होती।’ राजघाट पर प्रदर्शन में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव जयराम रमेश समेत वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की। राज्य की राजधानियों और जिला मुख्यालयों पर भी प्रदर्शन होंगे। कांग्रेस ने सोमवार को संसद में और बाहर तेज विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाई है। राहुल के सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस के तेवरों से साफ है कि बची अवधि में सत्र का चलना मुश्किल है। कांग्रेस ने सोमवार से देश में जनांदोलन शुरू जाने के संकेत भी दिए हैं।
भाई के लिए बहन ने दिखाया रौद्र रूप
प्रियंका गांधी ने राजघाट पर कांग्रेस के ‘संकल्प सत्याग्रह’ की कमान संभाल रखी है। भाई राहुल गांधी के लिए मंच से उनका रौद्र रूप नजर आया। प्रियंका ने कहा, ‘इस देश का प्रधानमंत्री कायर है। लगा दो केस मुझपर… जेल ले जाओ मुझे भी लेकिन सच्चाई ये है कि इस देश का प्रधानमंत्री कायर है। सत्ता के पीछे छिपा हुआ है, अहंकारी है।’
प्रियंका ने कहा कि ‘अहंकारी, तानाशाह जब जवाब नहीं दे पाते तो पूरी सत्ता को लेकर जनता को दबाने की कोशिश करते हैं। आपने कभी सोचा है ये पूरी सरकार एक आदमी को बचाने की इतनी कोशिश क्यों कर रही है? इस अडानी में है क्या कि आप इसे देश की सारी संपत्ति दे रहे हैं। ये अडानी है कौन कि इनका नाम सुनते ही आप बौखला जाते हैं?’
आप परिवारवादी कहते हैं तो भगवान राम कौन थे? क्या वो परिवारवादी थे? क्या पांडव परिवारवादी थे? और हमें क्या शर्म आनी चाहिए कि हमारे परिवार के सदस्य इस देश के लिए शहीद हुए?: प्रियंका गांधी, कांग्रेस महासचिव
आप पर तो कोई केस नहीं होता? PM से प्रियंका गांधी का सवाल
प्रियंका ने सुनाया 32 साल पुराना वह किस्सा
राजघाट पर कांग्रेस के ‘संकल्प सत्याग्रह’ को प्रियंका गांधी संबोधित कर रही हैं। उन्होंने बताया, ‘मुझे 32 साल पुरानी बात याद आई, मई 1991 की बात। मेरे पिता की शव यात्रा तीन मूर्ति भवन से निकल रही थी। अपनी मां, भाई के साथ हम एक गाड़ी में बैठे थे। सामने भारतीय सेना की एक ट्रक थी, फूलों से लदी हुई, उसके ऊपर मेरे पिता जी का शव था। थोड़ी देर काफिला चला फिर राहुल कहने लगे कि मैं उतरना चाहता हूं। मां ने मना किया। राहुल ने जिद की, मैंने कहा उतरने दो। राहुल गाड़ी से उतरा और सेना के ट्रक के पीछे चलने लगा। और तीन मूर्ति से लेकर कड़ी धूप में पिता के जनाजे के पीछे-पीछे चलते-चलते यहां पहुंचा। इस जगह से 400-500 मीटर दूर… मेरे शहीद पिता का अंतिम संस्कार मेरे भाई ने किया।’
मोदी जी पर भी लगना चाहिए था मानहानि का केस : खरगे
नीरव मोदी ओबीसी है क्या? खरगे का सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राजघाट पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘हमें अगर कोई सताने की, सत्य बोलने से रोकने की कोशिश करता है तो देश, लोकतंत्र, बोलने की आज़ादी को बचाने के लिए हम लड़ते रहेंगे। राहुल गांधी इस देश की जनता के लिए लड़ रहे हैं लेकिन राहुल गांधी पर केस किया गया।’
खरगे ने कहा कि पीएम मोदी ने कई चुनावी रैलियों में ऐसे बयान दिए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी के पुराने बयान भी याद दिलाए। खरगे ने बीजेपी के ओबीसी के अपमान का आरोप लगाने पर भी प्रतिक्रिया दी। खरगे ने पूछा, ‘नीरव मोदी ओबीसी है? मेहुल चोकसी ओबीसी है? ये तो देश का पैसा लूट कर भाग गए। अगर ये भगोड़े हैं और राहुल गांधी ने भगोड़ो को लेकर बोला तो फिर आपको दर्द क्यों हुआ?’
राहुल ने ट्विटर बायो में लिखा ‘डिसक्वालिफाइड’
राहुल गांधी ने अपने ट्विटर बायो में बदलाव किया है। उन्होंने अब खुद को ‘डिसक्वालिफाइड एमपी’ बताया है।
राजघाट पर दिल्ली पुलिस ने लगाई धारा 144
दिल्ली पुलिस ने राजघाट और उसके आसपास के इलाके में धारा 144 लगा दी है। संसद की सदस्यता से राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ कांग्रेस राजघाट पर रविवार को ‘सत्याग्रह’ करने वाली है। दिल्ली पुलिस ने साफ कर दिया है कि उसने कांग्रेस पार्टी को किसी तरह के विरोध प्रदर्शन और सत्याग्रह करने की इजाजत नहीं दी है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। (IANS)
राजघाट पर खरगे, प्रियंका समेत जुटे कांग्रेस के बड़े नेता
राजघाट पर सत्याग्रह में जगदीश टाइटलर भी
कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर राजघाट पर पार्टी के संकल्प सत्याग्रह में शामिल हुए। कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर राजघाट पर पार्टी के संकल्प सत्याग्रह में शामिल हुए। लोकसभा संसद सदस्य के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता के विरोध में कांग्रेस पार्टी राजघाट पर एक दिवसीय संकल्प सत्याग्रह कर रही है। लोकसभा संसद सदस्य के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता के विरोध में कांग्रेस पार्टी राजघाट पर एक दिवसीय संकल्प सत्याग्रह कर रही है।
हाई कोर्ट से राहत मिलेगी: खुर्शीद
राहुल को अयोग्य ठहराने को हम बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाएंगे: जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के अनुसार, ये सिर्फ एक कानूनी मुद्दा नहीं है, ये एक बहुत गंभीर राजनीतिक मुद्दा भी है, जो हमारे लोकतंत्र के भविष्य से जुड़ा हुआ है। ये मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति, धमकी की राजनीति, डराने की राजनीति और उत्पीड़न की राजनीति की एक बड़ी मिसाल है। इसको हम कानूनी तरीके से भी लड़ेंगे। जो कानून हमें अधिकार देता है, उन अधिकारों का इस्तेमाल हम करेंगे, पर ये एक राजनीतिक मुकाबला भी है, इसका हम सीधा मुकाबला करेंगे, हम पीछे हटेंगे नहीं, हम डरेंगे नहीं, इसे हम बड़ा राजनीतिक मुद्दा भी बनाएंगे।
आज देशभर में सत्याग्रह करेगी कांग्रेस
राहुल बोले – सावरकर नहीं, गांधी हूं, माफी नहीं मांगूंगा
मानहानि के मामले में सजा पाए और संसद की सदस्यता खो चुके कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि मैं लोकतंत्र के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगा और अडानी मामले में लगातार सरकार से सवाल करता रहूंगा, भले ही मुझे जेल भेज दिया जाए। उधर बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इस दावे को खारिज कर दिया कि राहुल गांधी को मानहानि मामले में सजा और अयोग्य ठहराए जाने का संबंध अडानी मुद्दे को उठाने से जुड़ा है। राहुल ने शनिवार को बाकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अलग-अलग मुद्दों पर अपनी बात रखी।
राहुल ने बीजेपी की माफी की मांग से साफ इनकार करते हुए कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता। मैं अपने सिद्धांत पर कायम रहूंगा। जीवन भर के लिए भी अयोग्य हो जाता हूं, तो भी सवाल उठाता रहूंगा। राहुल ने कहा, मेरी अयोग्यता इसलिए हुई, क्योंकि प्रधानमंत्री संसद में मेरे अगले भाषण से डरे हुए हैं, जो अडानी पर होता। मैं बिना डरे मोदी-अडानी संबंधों के बारे में सवाल पूछना जारी रखूंगा। मेरा सवाल है कि अडानी की शेल कंपनियों से जो 20 हजार करोड़ रुपये निकले, वह पैसा किसका है? राहुल ने विपक्षी दलों की ओर से मिले समर्थन पर सबका आभार जताया। उन्होंने अपनी सदस्यता जाने का विपक्ष के हाथों आया एक हथियार करार दिया।
सावरकर के अपमान पर राहुल को दंड मिले: शिंदे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विनायक दामोदर सावरकर का अपमान किया है और उन्हें दंड दिया जाना चाहिए। शिंदे ने कहा कि राहुल गांधी को जिस कानून के तहत संसद सदस्य के तौर पर अयोग्य करार दिया गया है, उसे UPA सरकार ने बनाया था और मोदी सरकार ने उसे महज लागू किया है। राहुल गांधी दोषी करार दिए गए और लोकसभा सदस्य के तौर पर अयोग्य हो गए, लेकिन वह लगातार विनायक दामोदर सावरकर का यह कहकर अपमान कर रहे हैं कि वह सावरकर नहीं हैं, जो माफी मांगें। वह खुद को क्या समझते हैं? उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। शिंदे ने विधानसभा में कहा, ‘सावरकर देशभक्त हैं। क्यों देशभक्त का अपमान? महाराष्ट्र प्रधानमंत्री मोदी और सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। लोग उन्हें महाराष्ट्र की सड़कों पर चलने नहीं देंगे।’
खुद-ब-खुद अयोग्यता के नियम को SC में चुनौती
दोषी करार दिए जाने के बाद सांसद/विधायकों के खुद ब खुद सदन की सदस्यता से अयोग्य हो जाने के प्रावधान को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट के तहत दो साल या उससे ज्यादा सजा के मामले में किसी सांसद या विधायक को अयोग्य करार दिए जाने का प्रावधान है। राहुल गांधी को अयोग्य करार दिए जाने के तुरंत बाद केरल के एक सोशल एक्टिविस्ट की ओर से इस मामले में अर्जी दाखिल की गई है।
याचिकाकर्ता ने कहा कि खुद ब खुद अयोग्य करार दिए जाने का जो प्रावधान है, वह मनमाना और अवैध है। उसे गैर संवैधानिक घोषित किया जाना चाहिए। याचिकाकर्ता ने यह भी कहा है कि ऑटोमैटिक अयोग्यता का प्रावधान किसी चुने हुए प्रतिनिधि को जनता के प्रति कर्तव्य निभाने से रोकता है। यह लोकतंत्र के सिद्धांत के खिलाफ है। कानूनी प्रावधान में अपराध की गंभीरता और अपराध की प्रकृति को नहीं देखा गया। अपराध की गंभीरता को देखे बिना सीधे तौर पर अयोग्य करार दिया जाना नेचरल जस्टिस के खिलाफ है।